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अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में कारोबार करने का सर्वोत्तम समय : मोदी

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मेलबॉर्न| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मेलबर्न में आस्ट्रेलिया के प्रमुख उद्योगपतियों से मुलाकात की और उनसे कहा कि यह भारत में कारोबार करने के लिए सर्वोत्तम समय है। उन्होंने उद्योगपतियों को भारत में कारोबार करने के लिए निवेशक अनुकूल और सहायक माहौल देने का वादा किया। मोदी ने उद्योगपतियों को अंग्रेजी में धाराप्रवाह संबोधित किया और उनसे कहा कि उनकी सरकार कारोबार करने की सुविधा के लिए सुधारात्मक पहल कर रही है।

मोदी ने कहा कि उनके सत्ता में आने से पहले के कुछ सालों में भारत की विकास दर काफी घट गई थी। उन्होंने कहा, “मेरी सरकार अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए तेज, चौमुखी और समावेशी विकास सुनिश्चित करने के साथ एक ऐसे माहौल बनाने की कोशिश कर रही है, जो सहायक, पारदर्शी और न्यायपूर्ण हो।” उन्होंने कहा, “पिछले कुछ वर्षो में आर्थिक विकास दर घट गई थी। लेकिन मेरी सरकार विकास का माहौल बनाने के लिए कठिन मेहनत कर रही है। परिणाम उत्सावर्धक रहे हैं और विकास दर 5.7 फीसदी रही, जो एक साल पहले के मुकाबले एक फीसदी अधिक है।”

प्रधानमंत्री कार्यालय से ट्विटर पर जारी संदेश के मुताबिक मोदी ने कहा, “एक चीज की ओर आपका ध्यान खींचना चाहता हूं : पर्यटन की ओर। पर्यटन अवसंरचना में निवेश के लिए भी अकूत अवसर हैं।” उन्होंने कहा, “मैं व्यक्तिगत रूप से पर्यावरण मुद्दे के प्रति सचेत हूं। हम गैस आधारित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ना चाहते हैं।” उन्होंने कहा, “लोकतांत्रिक मूल्य हमें आपस में जोड़ते हैं।” मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के गोलमेज सम्मेलन में मोदी और उद्योगपतियों ने शिक्षा, सेवा, ऊर्जा, बैंकिंग और सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी मुद्दों पर चर्चा की।

गोलमेज सम्मेलन में आस्ट्रेलिया के कुछ सबसे बड़ी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक शामिल हुए। सम्मेलन में शामिल होने वाले प्रमुख उद्योगपतियों में थे खनन कारोबारी गीना रीनहर्ट, प्रैट इंडस्ट्री के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी एंथोनी जोसेफ प्रैट, बीएचपी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एंड्र मैकेंजी, ट्रकिंग कारोबारी लिंडसे फॉक्स, विसी इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष एंथोनी प्रैट, रियो टिंटो के प्रबंध निदेशक फिल एडमंड्स और एचएसबीसी के आस्ट्रेलियाई कारोबार के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टोनी क्रिप्स।

सम्मेलन की मेजबानी विक्टोरिया के गवर्नर एलेक्स चेरनोव ने की। इसमें ऐसे 30 उद्योगपति शामिल हुए, जिनका भारत में व्यापक कारोबार है। इसमें अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी, महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा और इंफोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल सिक्का भी मौजूद थे। अन्य मुख्य कार्यकारी अधिकारियों में शामिल थे ओएनजीसी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक दिनेश के. सर्राफ, टोरेंट्स फार्माश्यूटिकल्स लिमिटेड के अध्यक्ष सुधीर मेहता, लैंको इंफ्रास्ट्रक्च र के अध्यक्ष एल. मधुसूदन राव, एसपी जैन स्कूल ऑफ ग्लोबल मैनेजमेंट के अध्यक्ष नितीश जैन, गुजरात एनआरई कोक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अरुण कुमार जगतरामका और आस्ट्रेलिया इंडिया इंस्टीट्यूट के निदेशक अमिताभ मट्ट।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान ने IMF के आगे फिर फैलाए हाथ, की नए लोन की डिमांड

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आईएमएफ के सामने एक बार फिर भीख का कटोरा आगे कर दिया है। पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात कर उनसे नए ऋण कार्यक्रम पर चर्चा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा कि पीएम शहबाज की मुलाकात रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर हुई।

रियाद में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की एक बैठक से इतर शरीफ ने तीन अरब अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त व्यवस्था (एसबीए) हासिल करने में पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक जॉर्जीवा का शुक्रिया अदा किया। पाकिस्तान ने पिछले साल जून में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का आईएमएफ कार्यक्रम हासिल किया था। पाकिस्तान मौजूदा एसबीए के इस महीने समाप्त होने के बाद एक नई दीर्घकालिक विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) की मांग कर रहा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के नुसार, “दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के लिए एक अन्य आईएमएफ कार्यक्रम पर भी चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले वर्ष से हासिल लाभ समेकित हो और आर्थिक वृद्धि सकारात्मक बनी रही।’’ शरीफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने कहा कि इस्लामाबाद जुलाई की शुरुआत तक नए कार्यक्रम पर कर्मचारी स्तर का समझौता हासिल कर सकता है। यदि पाकिस्तान को यह मदद मिल गई तो उसको आईएमएफ की ओर से यह 24वीं सहायता होगी।

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