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आध्यात्म

भजन का यह सबसे अच्छा दौर : अनूप जलोटा

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नई दिल्ली, 10 नवंबर (आईएएनएस)| ‘साहित्य आजतक-2017’ के उद्घाटन पर पहुंचे भजन गायक अनूप जलोटा ने कहा कि यह भजन का सबसे अच्छा दौर है। इस समय 15 टीवी चैनल धार्मिक कंटेट बेस्ड हैं।

रीजनल की बात की जाए तो 45 चैनल धार्मिक हैं। पहले फिल्में भजन तक सीमित थी, इसके बाद अलबम और कैसेट्स आए। फिर महाभारत रामायण और अब ये जगह चैनल्स ने ले ली है। इस मौके पर गजल गायक तलत अजीज ने भी शिरकत की। उन्होंने गजल का असली मतलब समझाया और कहा, एक बार एक लड़की ने मुझसे पूछा कि हम जैसे युवा कैसे गजल सीख सकते हैं, मैंने दो लाइन गाकर बताई ‘अगर तलाश करूं कोई मिल ही जाएगा, मगर तुम्हारी तरह मुझको कौन चाहेगा’ उसे सुनने में अच्छा लगा। मैंने कहा यही गजल है। जो दिल को छू जाए, वही गजल की परिभाषा है।

गजल के बारे में जलोटा ने कहा, जब तक मोहब्बत है, तब तक गजल रहेगी। ये मोहब्बत की भाषा है। हिन्दुस्तान में लोग दिन की शुरुआत भजन से करते हैं और शाम गजल सुनकर बिताते हैं।

कार्यक्रम में नीलेश मिश्र ने कहा, वह फिल्मों में गीत लिखने से उकता गए हैं क्योंकि बॉलीवुड में गानों की जगह रिंगटोन की मांग की जाती है। इसीलिए मैं बॉलीवुड के लिए गानें नहीं लिखना चाहता हूं।

कार्यक्रम में पहुंचे कवि सुधांशु फिरदौस, कवि गौरव सोलंकी और कवि बाबुशा कोहली ने नई आवाज की चुनौतियां पर अपने विचार रखे। बाबुशा कोहली ने कहा कि मौजूदा समय में सोशल मीडिया ने नई आवाज को सपोर्ट दिया है। अब लोगों तक पहुंचना उनके लिए पहले से ज्यादा आसान है। वहीं गौरव सोलंकी ने कहा कि यह बदलाव का युग है। आजतक साहित्य के मंच से इन युवा कवियों ने अपनी-अपनी कविताएं पेश की।

‘साहित्य आजतक’ के अहम सत्र सूफी में पंजाबी लोक गायक हंस राज हंस ने शिरकत कर अपने लोक गीतों से समां बांधा। हंस राज हंस ने अपने गीतों की शुरुआत ‘वो कहां कहां न मिले, मेरे मेहरबां’ से शुरुआत की।

हंस राज हंस ने कहा कि आज के दौर में सूफी की बेहद जरूरत है। आज जब मजहब मजहब से लड़ रहा है तब सिर्फ सूफी प्यार और शांति का संदेश पहुंचा रहा है।

‘साहित्य आज तक’ के सत्र कविता, सिनेमा और सेंसर में गीतकार, कवि और पटकथा लेखक प्रसून जोशी ने शिरकत की। प्रसून ने अपनी नई-पुरानी कविताओं को पेश किया। सत्र के दौरान प्रसून ने कहा कि कला के क्षेत्र में अलग-अलग तरह के लोगों को आना चाहिए। प्रसून ने कहा कि गीतों को लिखने में भावनाएं अहम किरदार अदा करती हैं।

‘साहित्य आज तक’ की शुरुआत करते हुए इंडिया टुडे ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन कली पुरी ने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिए आजतक की कोशिश हिंदी साहित्य, संगीत को बढ़ावा देने की है।

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आध्यात्म

नौकरी में चाहिए प्रमोशन तो अपनाएं ज्योतिष के ये उपाय

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नई दिल्ली। अगर आप पिछले काफी समय नौकरी कर रहे हैं और आपका प्रमोशन नहीं हो रहा है। या फिर आपकी बॉस से नहीं बन रही है तो ये कुछ सरल उपाय करके आप सफलता पा सकते हैं।

. शनिवार की सुबह जल्दी उठें और नित्य कर्मों से निवृत्त होकर घर में किसी पवित्र स्थान पर पूजन का विशेष प्रबंध करें या किसी मंदिर में जाएं। शनिवार शनि की पूजा का विशेष दिन माना जाता है। शनि हमारे कर्मों का फल देने वाले देवता हैं। अत: इसी दिन शनि देव का विधिवत पूजन करनी चाहिए।

. तरक्की के लिए सूर्य देवता को मनाना काफी शुभ बताया जाता है। जो लोग आसानी से तरक्की करते हैं उनका सूर्य काफी मजबूत होता है। प्रतिदिन सुबह सूर्य को पानी अर्पित करें और सूर्य नमस्कार करें। सूर्य देवता को जल अर्पित करने वाला बर्तन तांबे का हो और उसमें थोड़ा गंगाजल डालें। जल अर्पित करने के बाद सूर्य देवता से अपनी इच्छा रोज जाहिर किया करें।

. यदि नौकरी-पेशा करने वाले जातकों को प्रमोशन नहीं मिल रहा है अथवा उनकी तनख्वाह में वृद्धि नहीं हो रही है तो उन्हें मंगलवार के दिन हनुमान जी की आराधना करना चाहिए।

. प्रतिदिन पक्षियों को मिश्रित अनाज खिलाना चाहिए। सात प्रकार के अनाजों को एकसाथ मिलाकर पक्षियों को खिलाएं। इसमें गेहूं, ज्वार, मक्का, बाजरा, चावल, दालें शामिल की जा सकती हैं। प्रतिदिन सुबह यह उपाय करें, जल्दी ही नौकरी से जुड़ी इच्छाएं पूरी हो जाएंगी।

. रात को सोते समय एक तांबे के बर्तन में पान भरकर अपने बिस्तर के नीचे रखें और सुबह उठते ही, बिना किसी को बोले, यह जल घर के बाहर फेंक दें।

. भगवान विष्णु की आराधना करने से भक्तों की मन की मुराद पूरी होती है इसलिए नौकरी में प्रमोशन पाने के इच्छुक जातकों को भगवान विष्णु जी की आराधना करनी चाहिए।

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