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बिहार में आम बजट पर मिलीजुली प्रतिक्रिया

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पटना | केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली के आम बजट में बिहार को विशेष वित्तीय सहायता दिए जाने के प्रस्ताव की यहां के लोगों ने सराहना की, मगर सेवा कर में बढ़ोतरी को निराशाजनक बताया। बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष ओ.पी. शाह ने कहा कि बिहार को विशेष वित्तीय सहायता देने की घोषणा तथा लघु उद्यमियों के लिए सूक्ष्म निधि मुद्रा बैंक की स्थापना का प्रस्ताव स्वागत योग्य कदम है। परंतु, खुदरा क्षेत्र में विदेशी निवेश को हतोत्साहित करने के लिए बजट में कोई घोषणा नहीं की गई है। इससे देश के करोड़ों खुदरा व्यापारी प्रभावित होंगे।

उन्होंने इस वर्ष विकास दर 7.4 प्रतिशत और मुद्रा स्फीति छह प्रतिशत से कम रहने के वित्तमंत्री के आश्वासन का भी स्वागत किया है। बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष ए.के. अग्रवाल ने भी बिहार को विशेष वित्तीय सहायता तथा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की तरह एक और संस्थान खोले जाने के प्रस्ताव का स्वागत किया है। उन्होंने कहा, “बिहार को विशेष वित्तीय सहायता की घोषणा अवश्य की गई है, मगर इसके लिए शर्त क्या होगी, यह अभी देखना होगा।” अग्रवाल ने कहा कि बिहार में पूंजी निवेश बढ़ाए जाने के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है, जो बिहार के विकास के लिए सबसे जरूरी है।

सचिवालय के कर्मचारी अमिताभ कुमार का मानना है कि बजट में सेवा कर बढ़ाए जाने के प्रस्ताव से सभी चीजें महंगी हो जाएंगी, जिससे लोगों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इससे ‘अच्छे’ दिन की उम्मीद नहीं की जा सकती। एक निजी विद्यालय की शिक्षिका शोभा भारद्वाज का कहना है कि आयकर स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया जाना तथा सेवाकर में बढ़ोतरी आम आदमी के हित में नहीं है। उन्होंने हालांकि प्रत्येक गांव में स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के प्रस्ताव का स्वागत किया है। पटना के जगदेव पथ क्षेत्र की गृहिणी रोमा श्रीवास्तव ने कहा, “यह मुर्दा बजट है। आखिर इस बजट आम लोगों को क्या हासिल होगा। यह बजट मध्यवर्गीय परिवार का घरेलू बजट बिगाड़ने वाला है।”

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भाजपा का परिवार आरक्षण ख़त्म करना चाहता है: अखिलेश यादव

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एटा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एटा में सपा प्रत्याशी देवेश शाक्य के समर्थन में संविधान बचाओ रैली को संबोधित किया। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान बचेगा तो लोकतंत्र बचेगा और लोकतंत्र बचेगा तो वोट देने का अधिकार बचेगा। अखिलेश यादव ने दावा किया कि ये अग्निवीर व्यवस्था जो लेकर आए हैं इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी तो अग्निवीर व्यवस्था समाप्त कर पहले वाली व्यवस्था लागू करेंगे।

उन्होंने आरक्षण मामले पर आरएसएस पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के साथ एक सबसे खतरनाक परिवार है, जो आरक्षण खत्म करना चाहता है। अब उन्हें वोट चाहिए तो वह कह रहे हैं कि आरक्षण खत्म नहीं होगा।

उन्होंने आगे कहा कि मैं पूछना चाहता हूं अगर सरकार की बड़ी कंपनियां बिक जाएंगी तो क्या उनमें आरक्षण होगा? उनके पास जवाब नहीं है कि नौकरी क्यों नहीं दे रहे हैं? लोकसभा चुनाव संविधान मंथन का चुनाव है। एक तरफ वो लोग हैं जो संविधान को हटाना चाहते हैं। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन और समाजवादी लोग हैं जो संविधान को बचाना चाहते हैं। यह चुनाव आने वाली पीढ़ी के भविष्य का फैसला करेगा। वो लोग संविधान के भक्षक हैं और हम लोग रक्षक हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि एटा के लोगों को भाजपा ने बहुत धोखा दिया है। इनका हर वादा झूठा निकला। दस साल में एक लाख किसानों ने आत्महत्या की है। उनकी आय दोगुनी नहीं हुई। नौजवानों का भविष्य खत्म कर दिया गया है। हर परीक्षा का पेपर लीक हो रहा है।

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