Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

बिहार में बाढ़ से तबाही, गंगा नदी उफान पर

Published

on

बिहार

Loading

बिहार पटना| बिहार में बाढ़ से तबाही जारी है। गंगा नदी एक बार फिर उफान पर है, जिससे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोग सहमे हुए हैं। उधर, पुनपुन और सोन नदी के भी जलस्तर बढ़ गए हैं और विभिन्न जगहों पर ये नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बिहार के 12 जिलों के 59 प्रखंडों के 1,115 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं और बाढ़ से अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है।

पटना स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक, बुधवार सुबह पटना के गांधी घाट पर गंगा के जलस्तर में एक बार फिर वृद्घि दर्ज की गई है। यहां गंगा का जलस्तर 50.19 मीटर दर्ज किया गया। पिछले 12 घंटे में यहां गंगा के जलस्तर में सात सेंटीमीटर की वृद्घि दर्ज की गई है। भागलपुर में गंगा का जलस्तर 34.62 मीटर दर्ज किया गया।

नियंत्रण कक्ष के अनुसार, इंद्रपुरी बैराज में सोन नदी का जलस्तर स्थिर बना हुआ है। सुबह आठ बजे इंद्रपुरी बैराज के पास सोन नदी का जलस्तर 2.43 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया।

गंगा नदी बक्सर, दीघा, गांधीघाट, हाथीदह, भागलपुर और कहलगांव में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि बूढ़ी गंडक नदी खगड़िया में व घाघरा नदी गंगपुर सिसवन (सीवान) में और पुनपुन नदी श्रीपालपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश के बाणसागर से भी बुधवार को 1200 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की आशंका है। इस दौरान बिहार सरकार ने एक अधिकारी को बाणसागर में तैनात किया है।

बिहार में गंगा नदी के उफान पर होने के कारण बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर और कटिहार जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है।

पटना, वैशाली, भोजपुर और सारण जिलों के दियारा क्षेत्र (नदी किनारे मैदानी इलाके) बाढ़ से अधिक प्रभावित हैं। आपदा प्रबंधन विभाग का दावा है कि बाढ़ से प्रभावित सभी जिलों में राहत और बचाव कार्य जारी हैं।

आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अब तक करीब 1.55 लाख लोगों को बाढ़ वाले क्षेत्र से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है, जिनमें से 1,07,000 लोग 179 राहत शिविरों में रखे गए हैं।

प्रादेशिक

बिहार के भागलपुर में भोजपुरी एक्ट्रेस का फंदे से लटकता मिला शव, वाट्सएप पर लगाया था ऐसा स्टेटस

Published

on

Loading

भागलपुर। बिहार के भागलपुर में भोजपुरी एक्ट्रेस अन्नपूर्णा उर्फ अमृता पांडेय की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई मरने से पहले अमृता पांडे ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर लिखा है कि दो नाव पर सवार है उसकी जिंदगी…हमने अपनी नाव डूबा कर उसकी राह को आसान कर दिया। अमृता के इस स्टेटस से कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने सुसाइड किया है। हालांकि पुलिस अभी इस मामले पर कुछ भी बोलने से बच रही है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चलेगा।

परिवार वालों ने बताया कि करीब 3.30 बजे अमृता की बहन उसके कमरे में गई। वहां वह फंदे से लटकी हुई थी। आनन फानन में उसके फंदे से चाकू से काट​कर तत्काल परिवार वाले स्थानीय निजी अस्पताल ले गए, लेकिन वहां उसे मृत बता दिया गया। परिजनों ने बताया कि शुक्रवार की रात उन लोगों ने काफी मस्ती की थी। फिर अचानक से क्या हुआ। किसी को समझ नहीं आ रहा। परिजनों ने बताया कि अमृता की शादी 2022 में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर निवासी चंद्रमणि झांगड़ के साथ हुई थी। वे मुंबई में एनिमेशन इंजीनियर हैं। अब तक उन लोगों को बच्चे नहीं हैं।

अमृता ने मशहूर भोजपुरी एक्टर खेसारी लाल यादव समेत कई दिग्गज कलाकारों के साथ काम किया है. साथ ही कई सीरियल, वेब सीरज और विज्ञापन में भी काम किया है। बहन के मुताबिक, अमृता कैरियर को लेकर काफी परेशान रहती थी। वह काफी डिप्रेशन में थी। इस वजह से वह इलाज भी करा रही थी। अमृता भोजपुरी फिल्मों के अलावा कुछ वेब सीरीज में काम में रही थी. हाल ही में अमृता की हॉरर वेब सीरीज प्रतिशोध का पहला भाग रीलिज हुआ है।

Continue Reading

Trending