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बिजनेस

बजाज ऑटो की बिक्री घटी

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नई दिल्ली| दुपहिया और तिपहिया वाहन निर्माता कंपनी बजाज ऑटो की बिक्री नवंबर में साल-दर-साल आधार पर 0.42 फीसदी कम रही। कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा कि उसकी बिक्री नवंबर में 3,09,259 वाहनों की रही, जबकि एक साल पहले समान अवधि में 3,10,591 वाहन बिके थे।

निर्यात हालांकि नवंबर में रिकार्ड संख्या में हुआ। कंपनी ने 1,65,733 वाहनों का निर्यात किया। यह संख्या एक साल पहले समान अवधि में 1,33,731 थी।

मोटरसाइकिलों की बिक्री छह फीसदी कम 2,61,948 रही, जो एक साल पहले 2,78,703 थी।

वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री हालांकि 48 फीसदी अधिक 47,311 रही, जो एक साल पहले समान अवधि में 31,888 थी।

मौजूदा कारोबारी साल में अप्रैल से नवंबर तक कंपनी ने कुल 27,39,288 वाहन बेचे। यह संख्या एक साल पहले समान अवधि में 26,36,519 थी।

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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