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अन्तर्राष्ट्रीय

फेसबुक 4 महीनों का पितृत्व अवकाश देगा

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न्यूयार्क। फेसबुक ने अपने कर्मचारियों को 4 महीनों का पितृत्व अवकाश देने की घोषणा की है। अमेरिकी कर्मचारियों को मिलने वाले इस अवकाश का लाभ अब फेसबुक के पूर्णकालिक (स्थायी) कर्मचारियों को भी प्राप्त होगा। यह घोषणा फेसबुक कंपनी की मानव संसाधन विभाग की प्रमुख ‘लोरी मैटलॉफ गोलर’ ने एक फेसबुक पोस्ट से की है। उन्होंने कहा है कि यह घोषणा पिता बनने जा रहे लोगों को सबसे पहले प्रभावित करेगी।

उन्होंने पोस्ट में लिखा, “मैं यह बताते हुए बेहद गर्व महसूस कर रही हूं कि हम स्थायी कर्मचारियों के लिए पेड पैरेंटल लीव को बढ़ाकर 4 महीने करने जा रहे हैं। यह माता-पिता बनने वाले लोगों के लिए खुशखबरी है और इसका लाभ दुनिया भर में मौजूद फेसबुक के सभी स्थायी कर्मचारियों को प्राप्त होगा।”

इसके साथ ही उन्होंने बताया कि फेसबुक के सभी कर्मचारियों को वर्तमान में मिलने वाले मातृत्व अवकाश में कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा। हाल ही में फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने फेसबुक पोस्ट से यह घोषणा की थी कि वह अपनी बेटी के जन्म के लिए दो महीनों की छुट्टी लेंगे। उन्होंने पोस्ट में लिखा था, “कामकाजी अभिभावकों को अपने नवजात बच्चों के साथ समय बिताना चाहिए, क्योंकि एक शोध में यह बात सामने आई है कि यह बच्चों और परिवार दोनों के लिए बेहतर होता है।”

जुकरबर्ग का यह पोस्ट पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना था और इसने माता-पिता बनने वाले सभी लोगों का ध्यान खींचा था। एक नए अध्ययन से सामने आया था कि आधे से ज्यादा पिता इस बात से चिंतित होते हैं कि वह अपने बच्चों के साथ ज्यादा समय नहीं बिता पाते हैं। गोलर ने बताया कि 1 जनवरी 2016 से फेसबुक कंपनी पिता बनने जा रहे सभी स्थायी कर्मचारियों को 4 महीने का वेतन समेत अवकाश देगी। उन्होंने बताया कि अगर किसी कर्मचारी ने 2015 में किसी बच्चे को जन्म दिया है या गोद लिया है, उसे भी यह लाभ मिलेगा। इससे पहले मातृत्व अवकाश केवल बच्चे को जन्म देने वाली महिलाओं को ही दिया जाता था।

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

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नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

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