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‘प्रभु जी’ ऐसी लीलाएं मत करिए : लालू

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lalu-prabhuपटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद ने राजधानी, दुरंतो और शताब्दी श्रेणी की रेलगाडिय़ों के किरायों में एयरलाइंस की तर्ज पर ‘फ्लेक्सी किराया प्रणाली’ लागू करने को लेकर रेल मंत्री सुरेश प्रभु पर तंज कसते हुए कहा, प्रभु जी ऐसी लीलाएं मत करिए, ऐसी लीलाओं से आम आदमी मर जाएगा। राजद नेता ने अपने खास अंदाज में गुरुवार को ट्वीट कर लिखा, प्रभु जी ऐसी लीलाएं मत करिए। ऐसी लीलाओं से तो आम आदमी मर जाएगा। प्रजा का क्रोध नहीं पाना चाहिए।

इस ट्वीट के साथ उन्होंने फ्लेक्सी किराया प्रणाली से संबंधित एक समाचार पत्र में प्रकाशित खबर की तस्वीर भी डाली है। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि यात्रियों और माल भेजने वाले व्यवसायी पहले से ही रेलवे से विमुख हो रहे हैं। एयरलाइंस करीब 20 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है, जबकि पिछले कुछ सालों से वातानुकूलित श्रेणी में यात्रा करने वालों लोगों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है।

पूर्व रेल मंत्री ने आगे लिखा, ग्राहक केंद्रित रणनीति के कारण अपने कार्यकाल के प्रत्येक रेल बजट में यात्री किराया घटाने के बावजूद रेलवे के पास 93 हजार करोड़ रुपये का आपॅरेटिंग कैश था।

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जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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