Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

पुरस्कार लौटाना सांकेतिक : शबाना आजमी

Published

on

Loading

मुंबई। प्रख्यात अभिनेत्री शबाना आजमी का कहना है कि असहिष्णुता के विरोध में कई फिल्मकारों का पुरस्कार लौटाना भविष्य के लिए बड़ी चीजों का संकेत है। शबाना ने ट्विीट किया, “पुरस्कार लौटाने वाले कलाकार अपने काम के जरिए भी अपनी चिंता जाहिर करेंगे, लेकिन इसके लिए किताबें लिखने और फिल्म बनाने में समय लगेगा। पुरस्कार लौटाना सांकेतिक है, जो ध्यान आकर्षित करता है। उनकी आलोचना करने की बजाय उनके कदम के संदेश को समझें।”

पिछले सप्ताह गणेश विस्पुते, हरीशचंद्र थोराट, येशु पाटिल, वसंत पटनाकर, उर्मिला पवार और मुकुंद काले जैसे कई प्रख्यात लेखकों ने सरकार की ओर से मिले अपने कई पुरस्कार लौटा दिए। कुछ प्रख्यात फिल्मकारों ने भी अपने राष्ट्रीय पुरस्कार और सम्मान लौटाने की मुंबई में घोषणा की थी। इनमें आनंद पटवर्धन, दीपांकर बनर्जी, परेश कामदार, निष्ठा जैन, हर्षवर्धन कुलकर्णी, हरि नायर शामिल हैं।

इन फिल्मकारों ने भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) के छात्रों के समर्थन में यह कदम उठाया, जो अभिनेता व भाजपा नेता गजेंद्र चौहान को संस्थान का अध्यक्ष बनाए जाने का विरोध कर रहे हैं।

नेशनल

कोर्ट ने बृजभूषण से पूछा- आप गलती मानते हैं, बोले- सवाल ही उठता, मेरे पास बेगुनाही के सारे सबूत

Published

on

Loading

नई दिल्ली। महिला पहलवानों से यौन शोषण मामले में भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह मंगलवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट ने उन्हें उनके खिलाफ तय किए आरोप पढ़कर सुनाए। इसके बाद कोर्ट ने बृजभूषण से पूछा कि आप अपने ऊपर लगाए गए आरोप स्वीकार करते हैं? इस पर बृजभूषण ने कहा कि गलती की ही नहीं मानने का सवाल ही नहीं उठता। इस दौरान कुश्ती संघ के पूर्व सहायक सचिव विनोद तोमर ने भी स्वयं को बेकसूर बताया। तोमर ने कहा कि हमनें कभी भी किसी पहलवान को घर पर बुलाकर न तो डांटा है और न ही धमकाया है। सभी आरोप झूठे हैं।

मीडिया द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या आरोपों के कारण उन्हें चुनावी टिकट की कीमत चुकानी पड़ी, इस पर बृजभूषण सिंह ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “मेरे बेटे को टिकट मिला है।” बता दें कि उत्तर प्रदेश से छह बार सांसद रहे बृजभूषण शरण सिंह को इस बार भाजपा ने टिकट नहीं दिया है। पार्टी उनकी बजाय, उनके बेटे करण भूषण सिंह को कैसरगंज सीट से टिकट दिया है, जिसका बृजभूषण तीन बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

बृजभूषण सिंह ने सीसीटीवी रिकाॅर्ड और दस्तावेजों से जुड़े अन्य विवरण मांगने के लिए बृजभूषण सिंह ने आवेदन दायर किया है। उनके वकील ने कहा कि उनके दौरे आधिकारिक थे। मैं विदेश में उसी होटल में कभी नहीं ठहरा जहां खिलाड़ी स्टे करते थे। वहीं दिल्ली कार्यालय की घटनाओं के दौरान भी मैं दिल्ली में नहीं था। बता दें कि कोर्ट इस मामले में जल्द ही अपना फैसला सुना सकता है। कोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि एमपी-एमएलए मामलों में लंबी तारीखें नहीं दी जाएं। हम 10 दिन से अधिक की तारीख नहीं दे सकते।

Continue Reading

Trending