Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

पटना जैविक उद्यान में ठंड ने जानवरों की मस्ती छीनी

Published

on

Loading

पटना| बिहार में ठंड बढ़ने का असर अब पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान के जानवरों पर भी दिखने लगा है। उद्यान प्रशासन ठंड में जानवरों की देखभाल और उनके खान-पान पर विशेष ध्यान दे रहा है।

उद्यान में जंगल के राजा शेर को प्रतिदिन नौ किलोग्राम मांस दिया जा रहा है और चिंपांजी को खाने में खीर व च्यवनप्राश दिया जा रहा है।

पटना सहित राज्य के करीब सभी इलाकों में शीतलहर का प्रकोप जारी है और इसे देखते हुए उद्यान के जानवरों के लिए भी खास व्यवस्था की गई है।

उद्यान के एक अधिकारी के अनुसार, शेर और बाघों के पिंजड़ों में फूस के टाट लगा दिए गए हैं और गर्म हवा वाला ब्लोअर भी चलाया जा रहा है। सांपघर में सांपों को गर्मी पहुंचाने के लिए ज्यादा वाट के बल्ब लगाए गए हैं, जबकि उनके घर में कंबल की व्यवस्था की गई है।

चिपांजी के बाड़े में भी कंबल दिए गए हैं तथा उन्हें खीर खिलाया जा रहा है। हिरण के बाड़े में पुआल और खाने में चोकर और सरसों की खल्ली दी जा रही है। हाथी, गैंडा, दरियाई घोड़ा सहित अन्य शाकाहारी जानवरों को सूप, घास और ईख दिया जा रहा है।

इन जानवरों को ठंडी हवा से ज्यादा परेशानी न हो, इसके लिए उनके पिंजड़ों को तिरपाल और टाट से घेरा भी गया है। इसके अलावा कई जानवरों को हीटर से गरमी पहुंचाई जा रही है।

उद्यान के निदेशक एस़ चंद्रशेखर ने बताया कि ठंड के कारण जानवरों के व्यंजन सूची में परिवर्तन किया जाता है। सभी पशु-पक्षियों के लिए मौसम के हिसाब से उनके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने की व्यवस्था की जाती है। उन्होंने बताया कि गर्मी की अपेक्षा पशु जाड़े में ज्यादा भोजन करते हैं।

चिड़ियाघर घूमने आने वालों का कहना है कि कोहरे भरे दिन में तो जानवर अपने घरों से बाहर ही नहीं निकलते। ठंड के कारण चिड़ियाघर घूमने आने वाले दर्शकों को काफी इंतजार के बाद भी जानवरों के दर्शन नहीं हो पा रहे हैं।

उद्यान के पक्षी घोंसले से बाहर धूप की आस में सुबह जरूर निकलते हैं, मगर कोहरे के कारण फिर घोंसले में दिनभर दुबके रहना पसंद करते हैं। इन पक्षियों को खाने में बाजरा, सत्तू और लहसुन दिया जा रहा है।

उद्यान के एक अधिकारी बताते हैं कि शेर, बाघ और तेंदुए के खाने में मांस की मात्रा बढ़ा दी गई है, जबकि उनके नाश्ते में चिकन परोसा जा रहा है। चिंपांजी को ठंड से मुक्ति के लिए च्यवनप्राश, अनार, सेव, काजू और बादाम दिया जा रहा है तो भालू और बंदर को अंडा खिलाकर उनके शरीर को गर्म रखने का प्रयास किया जा रहा है।

गर्मी के दिनों में जहां उद्यान में प्रतिदिन 90 किलोग्राम मांस आता था, वहीं जाड़े में अब 120.5 किलोग्राम मांस आता है। अधिकारियों के अनुसार, ठंड के मद्देनजर कई तरह की दवाइयों के अलावा मल्टी विटामिन और मिनरल मिक्चर भी इन जानवरों की सेहत के अनुरूप दिए जा रहे हैं।

प्रादेशिक

बिहार के भागलपुर में भोजपुरी एक्ट्रेस का फंदे से लटकता मिला शव, वाट्सएप पर लगाया था ऐसा स्टेटस

Published

on

Loading

भागलपुर। बिहार के भागलपुर में भोजपुरी एक्ट्रेस अन्नपूर्णा उर्फ अमृता पांडेय की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई मरने से पहले अमृता पांडे ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर लिखा है कि दो नाव पर सवार है उसकी जिंदगी…हमने अपनी नाव डूबा कर उसकी राह को आसान कर दिया। अमृता के इस स्टेटस से कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने सुसाइड किया है। हालांकि पुलिस अभी इस मामले पर कुछ भी बोलने से बच रही है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चलेगा।

परिवार वालों ने बताया कि करीब 3.30 बजे अमृता की बहन उसके कमरे में गई। वहां वह फंदे से लटकी हुई थी। आनन फानन में उसके फंदे से चाकू से काट​कर तत्काल परिवार वाले स्थानीय निजी अस्पताल ले गए, लेकिन वहां उसे मृत बता दिया गया। परिजनों ने बताया कि शुक्रवार की रात उन लोगों ने काफी मस्ती की थी। फिर अचानक से क्या हुआ। किसी को समझ नहीं आ रहा। परिजनों ने बताया कि अमृता की शादी 2022 में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर निवासी चंद्रमणि झांगड़ के साथ हुई थी। वे मुंबई में एनिमेशन इंजीनियर हैं। अब तक उन लोगों को बच्चे नहीं हैं।

अमृता ने मशहूर भोजपुरी एक्टर खेसारी लाल यादव समेत कई दिग्गज कलाकारों के साथ काम किया है. साथ ही कई सीरियल, वेब सीरज और विज्ञापन में भी काम किया है। बहन के मुताबिक, अमृता कैरियर को लेकर काफी परेशान रहती थी। वह काफी डिप्रेशन में थी। इस वजह से वह इलाज भी करा रही थी। अमृता भोजपुरी फिल्मों के अलावा कुछ वेब सीरीज में काम में रही थी. हाल ही में अमृता की हॉरर वेब सीरीज प्रतिशोध का पहला भाग रीलिज हुआ है।

Continue Reading

Trending