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नोटबंदी पर हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित

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नोटबंदी, लोकसभा, संसद, लोकसभा अध्यक्ष, सुमित्रा महाजन, आम आदमी पार्टी, विधेयक

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नई दिल्ली  | नोटबंदी के मुद्दे पर लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार को भी बाधित रही। दोपहर से पहले सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी, जिसे बाद में पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। सत्तारूढ़ पार्टी के सदस्यों ने संसद की कार्यवाही न चलने देने को लेकर विपक्ष पर जनता के पैसों की बर्बादी का आरोप लगाया और धरना देने के लिए उन्हें जंतर-मंतर जाने को कहा।

पूर्वाह्न 11 बजे जब संसद की कार्यवाही शुरू हुई, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने वियतनाम से आए एक प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। उन्होंने 13 दिसंबर, 2001 को संसद पर हुए हमले के दौरान शहीद होने वाले जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आतंकवादियों के कायराना हमले को जांबाज सुरक्षाकर्मियों ने नाकाम कर दिया।

अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने की घोषणा की, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे अपनी सीट पर खड़े हो गए, जिसके तुरंत बाद सत्ता पक्ष ने चिल्लाकर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के उस बयान को दोहराया, जिसमें उन्होंने कहा था कि जिनके पास बहुमत नहीं है, वे बहुमत को चर्चा से दूर कर रहे हैं। जैसे ही दोनों पक्षों के बीच नोकझोंक शुरू हुई, अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न 11.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

सदन की कार्यवाही 11.30 बजे दोबारा शुरू होने पर भी यही स्थिति बनी रही। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि जिनके पास बहुमत नहीं है, वे बहुमत को चर्चा से दूर रख रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह कोई तरीका नहीं है. बहुमत चर्चा में शामिल होना चाहता है, लेकिन वे (विपक्ष) इसमें बाधा डाल रहे हैं।” उन्होंने कहा, “उन्हें राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए। वे लोगों का धन बर्बाद कर रहे हैं।”

विपक्ष का हंगामा हालांकि जारी रहा और यह बढ़ता ही गया, जिसे देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही जब दोपहर में शुरू हुई, अध्यक्ष ने घोषणा की कि संसद की सुरक्षा प्रणाली की वीडियो रिकॉर्डिग करने के मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद दोषी पाए गए हैं और उन्हें जारी शीतकालीन सत्र की बाकी अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया है।

इसके बाद, विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, विज्ञान शिक्षा एवं शोध (द्वितीय संशोधन) विधेयक, 2016 पेश किया।  अध्यक्ष ने जैसे ही शून्यकाल शुरू करने की घोषणा की, विपक्षी सांसद ‘शर्म करो, शर्म करो’ के नारे लगाने लगे।

इसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित करते हुए कहा, “जाओ सब छुट्टी पर।” बीते 16 नवंबर को संसद के शीतकालीन सत्र शुरू होने के साथ ही नोटबंदी के मुद्दे को लेकर लोकसभा में हंगामा लगातार जारी है। विपक्ष मतविभाजन के नियम के तहत नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहा है।

जबकि, सरकार इसके लिए तैयार नहीं है। सरकार का कहना है कि इससे संदेश जाएगा कि सदन बंटा हुआ है। अध्यक्ष ने बिना किसी नियम के चर्चा का प्रस्ताव दिया, लेकिन गतिरोध खत्म नहीं हुआ। 12 एवं 13 दिसंबर को छुट्टी होने के कारण सत्र की समाप्ति में मात्र तीन कार्यदिवस बचे हैं। संसद का शीत सत्र 16 दिसंबर को समाप्त हो रहा है।

 

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जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

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नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

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