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अन्तर्राष्ट्रीय

नेपाल में बच्चों का जीवन खतरे में : यूनिसेफ

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संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने कहा कि नेपाल में सर्दियों के मौसम में तेल, भोजन, दवाइयों और अन्य चीजों की आपूर्ति की कमी से करीब 30 लाख बच्चों का जीवन खतरे में है। ये 30 लाख बच्चे पांच साल से कम उम्र के हैं।

पिछले 10 सप्ताहों में नेपाल के नए संविधान को लेकर फैली अशांति के कारण देश की दक्षिणी सीमा पर महत्वपूर्ण वस्तुओं के आयातों पर प्रतिबंध लगा हुआ है। सोमवार को जारी रिपोर्ट से पता चला है कि सरकार के क्षेत्रीय दवा केंद्रों में पहले से ही तपेदिक के टीकों की कमी चल रह है, जबकि अन्य दवाइयां भी कम ही रह गई हैं।

यूनिसेफ ने आगाह किया था कि नेपाल में बच्चे अप्रैल में आए भीषण भूकंप की त्रासदी से अब तक उठ नहीं पाए हैं। इस महीने, संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने नेपाल-भारत की सीमा पर आवश्यक आपूर्ति में लगे अवरुद्ध पर चिंता जताई थी और सभी को बिना कोई देरी किए इन प्रतिबंधों को हटाने के लिए कहा था।

तेल की कमी के कारण लोगों को लकड़ी पर निर्भर रहना पड़ रहा है, जिससे निमोनिया के मामले भी बढ़ सकते हैं। यूनिसेफ ने कहा कि पिछले साल नेपाल में करीब 800,000 बच्चों को निमोनिया हुआ था और लगभग 5,000 बच्चों की मौत हो गई थी। यूनिसेफ के दक्षिण एशिया के क्षेत्रीय निदेशक करीन हुलशोफ ने कहा कि वर्तमान में बच्चे जिस दुर्दशा का सामना कर रहे हैं, वह सर्दियों में और भी खराब हो जाएगी।

उन्होंने कहा, “बच्चों को बिमारी, ठंड और भूख से बचाना जरूरी है। यूनीसेफ ने सभी सदस्यों को संबोधित करते हुए नेपाल में आयात पर लगे प्रतिबंध को हटाने के लिए कहा है।”

अन्तर्राष्ट्रीय

गहरी नींद में थे लोग, तभी भूस्खलन से गांव पर आ गिरा पहाड़ का मलबा, 100 से ज्यादा की हुई मौत

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नई दिल्ली। पापुआ न्यू गिनी में शुक्रवार को हुए भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। एबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, भूस्खलन की घटना कथित तौर पर दक्षिण प्रशांत द्वीपीय देश की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में एंगा प्रांत के काओकलाम गांव में घटी। यह हादसा स्थानीय समय के अनुसार तड़के 3 बजे करीब हुआ। इलाके के निवासियों का कहना है कि मृतकों की संख्या 100 से अधिक भी हो सकती है।

यह प्राकृतिक आपदा तब हुई, जब पूरा गांव अलसुबह करीब 3 बजे गहरी नींद में था और पहाड़ का मलबा गांव पर आ गिरा।ऑस्ट्रेलियाई ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (ABC) की रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि शुक्रवार तड़के पापुआ न्यू गिनी के एक सुदूर गांव में हुए भूस्खलन में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। यह इलाका पापुआ न्यू गिनी की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 किमी उत्तर-पश्चिम में स्थित एंगा प्रांत के काओकालम गांव में हुई है।

स्थानीय लोगों के हवाले से एबीसी ने जानकारी दी है कि इस प्राकृतिक आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। हालांकि अधिकारियों ने अभी तक मौत के आधिकारिक आँकड़ों की जानकारी नहीं दी है। सोशल मीडिया पर भी इस खौफनाक हादसे के कई वीडियो सामने आए हैं, जिससे बड़ी-बड़ी चट्टानों, पेड़ों और मलबे के नीचे से ग्रामीणों की लाशों को निकालते हुए दिखाया जा रहा है।

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