Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

नेपाल भूकंप : अब तक 5,496 जानें गईं

Published

on

Loading

काठमांडू। नेपाल में शनिवार को आए विनाशकारी भूकंप में मरने वालों की संख्या गुरुवार को 5,496 हो गई है। यह जानकारी पुलिस ने दी। पुलिस मुख्यालय के अनुसार, भूकंप में घायल हुए 10,400 लोगों का देश के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

नेपाल के मध्य क्षेत्र में 3,548 लोगों की जानें गई हैं, जबकि काठमांडू घाटी में 1,521 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। अधिकारियों ने बताया कि राहत टीम अभी भी भूकंप प्रभावित दूरवर्ती इलाकों में लोगों की तलाश रही है, लिहाजा मौत का आंकड़े बढ़ने के आसार हैं। अभी भी सैकड़ों लोग लापता हैं। प्रधानमंत्री सुशील कोईराला ने शनिवार को 10,000 लोगों के मारे जाने की आशंका व्यक्त की थी।

नेशनल इमर्जेसी ऑपरेशन सेंटर ने बताया कि सिंधुपालचौक सबसे अधिक प्रभावित जिला है, जहां 1,587 लोग मारे गए हैं। मंत्री ने बताया कि 1,34,864 मकान नष्ट हो गए हैं और 92,971 क्षतिग्रस्त हुए हैं। भारत, श्रीलंका, चीन, तुर्की, नीदरलैंड्स, पोलैंड, जर्मनी, फ्रांस, इजरायल, मलेशिया और जापान की राहत टीमें काठमांडू घाटी के विभिन्न स्थानों में भेजी गई हैं।

ब्रिटेन की राहत टीम सिंधुपालचौक जिले में तैनात है, जबकि नौ विदेशी मेडिकल टीम विभिन्न प्रभावित इलाकों में काम कर रही हैं।
नेपाल में शनिवार से अब तक 100 से ज्यादा आफ्टरशॉक महसूस किए गए हैं, जिस कारण हजारों लोग काठमांडू छोड़ चुके हैं, तो कई अपने घरों से बाहर रह रहे हैं। नेपाल में गुरुवार सुबह तक रिक्टर पैमाने पर चार तीव्रता वाले 110 आफ्टरशॉक महसूस किए गए हैं।

लोगों का राजधानी काठमांडू छोड़ कर जाने का सिलसिला जारी है और हजारों लोग डर के कारण घर से बाहर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी के मुताबिक, पांच लाख घर पूरी तरह या फिर आंशिक रूप से प्रभावित हुए हैं। लोग अपने घरों में वापस जाने से डर रहे हैं, जिनमें दरारें पड़ गई हैं।

उन्हें इस बात की चिंता है कि हल्का भूकंप आने पर भी उनके घर ढह सकते हैं। जनजीवन अभी सामान्य नहीं हुआ है। दुकानें नहीं खुली हैं, स्कूल बंद हैं, सरकारी तथा निजी दफ्तरों में काम बंद है। सबसे ताजा आफ्टरशॉक गुरुवार सुबह 6.22 बजे दर्ज किया गया, जिसकी तीव्रता 4.7 और केंद्र लामजुंग जिला था।

भूकंप विज्ञानी दिल्लीराम तिवारी ने कहा कि छह तीव्रता वाला भूकंप उतना खतरनाक नहीं है। उन्होंने बताया, “इस तरह के झटके बड़े भूकंप के बाद महसूस किए जा सकते हैं, इसलिए लोगों को घबराना नहीं चाहिए।” नेशनल सिस्मोलोजी सेंटर के लोकबिजया अधिकारी ने बताया कि बड़े भूकंप आने के एक सप्ताह बाद छोटे झटके महसूस किए जा सकते हैं।

उत्तर प्रदेश

यूपी के जौनपुर में बीजेपी नेता व पत्रकार की गोली मारकर हत्या

Published

on

Loading

जौनपुर। यूपी के जौनपुर में भाजपा नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक का नाम आशुतोष श्रीवास्तव है। वो भाजपा के सक्रिय सदस्य होने के साथ ही सुदर्शन न्यूज के पत्रकार थे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, आशुतोष श्रीवास्तव सुबह बाइक से प्रचार के लिए निकले थे। सुबह करीब नौ बजे एक अज्ञात बाइक सवार ने उन्‍हें रोका और चार अन्य लोग भी वहां आ गए। उन्होंने भाजपा नेता पर ताबड़तोड़ गोलीबारी कर दी। आशुतोष को शाहगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

घटना के बाद शाहगंज विधायक रमेश सिंह और अन्य भाजपा नेता भी वहां पहुंच रहेे हैं। क्षेत्राधिकारी अजीत सिंह चौहान ने बताया कि हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।

 

Continue Reading

Trending