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नेशनल

नी‍तीश सरकार के अल्‍पसंख्‍यक मंत्री पर जय श्री राम बोलने पर फतवा, निकाह रद

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बिहार, एनडीए सरकार, जय श्रीराम, इमारत-ए-शरीया

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पटना। बिहार के नवगठित एनडीए सरकार के विश्वास मत के दिन विधानसभा परिसर में जय श्रीराम का नारा लगाकर अल्पसंख्यक कल्याण और गन्ना उद्योग मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद सुर्खियों में
आ गए थे।

इसके बाद इमारत-ए-शरीया ने नीतीश सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण और गन्ना उद्योग मंत्री के खिलाफ फतवा जारी किया गया है।

इमारत-ए-शरीया के मुफ्ती सुहैल अहमद कासमी ने मंत्री खुर्शीद के खिलाफ फतवा जारी करते हुए उन्हें इस्लाम से खारिज और मुर्तद (विश्वास नहीं करने वाला) करार दिया है।

फतवे के अनुसार मंत्री का निकाह भी रद कर दिया गया है। उधर, मंत्री ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे ऐसे फतवे से नहीं डरते।

वहीं, मुफ्ती सुहैल अहमद के मुताबिक जो शख्स ‘जय श्री राम’ का नारा लगाये और यह कहे कि मैं रहीम के साथ-साथ राम की भी पूजा करता हूं और मैं हिन्दुस्तान के सभी धार्मिक स्थानों पर मत्था टेकता हूं। ऐसा शख्स इस्लाम से खारिज और मुर्तद है।

विवाद बढ़ने पर मंत्री की ओर से ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने में नीयत में खोट न रहने की बात को फतवा जारी करने वाले मुफ्ती ने कहा कि यह ‘इमारत-ए-शरीया’ का फतवा नहीं है और यह उनकी निजी राय है।

वहीं, इमारत-ए-शरीया के उप नाजिम मौलाना सुहैल अहमद नदवी ने कहा कि इस बयान का इमारत-ए-शरीया से कोई लेना-देना नहीं है।

उधर, जदयू कोटे से मंत्री बने खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद ने इस फतवे के जवाब में कहा कि अगर बिहार के विकास और सामाजिक सौहार्द्र के लिये मुझे ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने पड़े तो मैं कभी इससे पीछे
नहीं हटूंगा।

न्यूज एजेंसी के मुताबिक खुर्शीद ने कहा, मैं ‘जय श्री राम’ कहूंगा, मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं है। मैं अपने इस कथन से कभी भी कदम पीछे नहीं हटूंगा।’

मंत्री खुर्शीद अहमद ने कहा कि फतवा जारी करने के पहले उनसे पूछा जाना चाहिए था कि मैं किस नीयत से ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाता हूं, यह पूछना चाहिए था। मैं इस फतवा को नहीं मानता। मेरे इमान में खोट नहीं। मैं सच्चा मुसलमान हूं।

इससे पहले खुर्शीद ने बिहार विधानसभा पोर्टिको के साथ-साथ मीडिया के कैमरे के सामने भी जय श्रीराम के नारे लगाए थे। इस दौरान उन्होंने कैमरे के सामने हाथ में बंधे रक्षासूत्र भी दिखाये था।

खुर्शीद विधानसभा के बाहर जब मीडिया से इस मामले पर बात कर रहे थे तो उस दौरान भी उन्होंने ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाया था।

इतना ही नहीं, उन्होंने यहां तक भी कहा कि महागठबंधन से अलग होने के लिए उन्होंने मनोकामना मंदिर में मन्नत भी मांगी थी। मीडिया के कैमरे के सामने उन्होंने अपने हाथ में बंधा कलेवा भी दिखाया। खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद पश्चिमी चंपारण जिले के सिकटा विधानसभा के विधायक हैं।

 

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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