Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

नई खोजों में ‘गेट्स’ मददगार

Published

on

Loading

मानेसर (गुड़गांव)| विज्ञान की नवीन खोजों से समाज की काफी समस्याएं हल की जा सकती हैं, लेकिन जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सहयोगी कई उपयोगी अनुसंधान आर्थिक संसाधनों की कमी के चलते अधूरे रह जाते हैं। ऐसे में देश की बेहतरी के लिए शोध करने के इच्छुक शोधकर्ताओं को सहयोग देने के लिए गेट्स फाउंडेशन ‘ग्रैंड चैलेंजिज इंडिया’ कार्यक्रम के माध्यम से इसी दिशा में अपना योगदान देने के लिए प्रयासरत है।

बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टेंस काउंसिल, जैव प्रौद्योगिकी विभाग तथा बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने वर्ष 2013 में संयुक्त रूप से ‘ग्रैंड चैलेंजिस इंडिया’ कार्यक्रम का आगाज किया था। भारत में अभिनव स्वास्थ्य एवं विकास अनुसंधान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की गई यह योजना केवल भारतीय अनुसंधानकर्ताओं के लिए है। इसके तहत अब तक ‘अचीविंग हेल्दी ग्रोथ थ्रू ऐग्रीकल्चर एंड न्यूट्रीशन’ तथा ‘रिइन्वेंट द टॉयलेट चैलेंज’ के माध्यम से देशभर से 10 शोधकर्ताओं एवं सामाजिक उद्यमियों को वित्तीय मदद दी जा चुकी है।

बच्चों की मृत्युदर को देखते हुए इस वर्ष थीम बच्चों पर आधारित है- ‘ऑल चिल्ड्रन थ्राइविंग’। इसकी मदद से शोधकर्ता बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए अपने शोध को अगले पायदान तक ले जाने में सक्षम होंगे। भारत में, हर साल लगभग 2.60 करोड़ बच्चे जन्म लेते हैं। हर साल इनमें से लगभग 12.70 लाख बच्चों की 5 वर्ष की आयु से पहले ही मौत हो जाती है। इनमें से 81 प्रतिशत बच्चे जन्म लेने के एक वर्ष के भीतर ही मर जाते हैं। इनकी तादाद करीब साढ़े दस लाख है।

पांच वर्ष की आयु से पहले मरने वाले बच्चों में से 57 प्रतिशत अपने जीवन के पहले ही महीने में मर जाते हैं, जिनकी तादाद 7.30 लाख है। ‘ऑल चिल्ड्रन थ्राइविंग’ अनुदान का लक्ष्य बहु-क्षेत्रीय आविष्कारों को विकसित करना है जो समयपूर्व जन्म, जन्म के बाद अवरुद्ध विकास और कमजोर मानसिक विकास की समस्या को दूर कर सके। ‘ऑल चिल्ड्रन थ्राइविंग’ के विजेताओं को वित्तीय सहयोग के लिए मानेसर, गुड़गांव के हैरिटेज विलेज रिसॉर्ट में 15 सितंबर को चौथी इनोवेटर्स मीटिंग में प्रमाणपत्र दिए गए। भारत सरकार के बायोटेक्नोलॉजी विभाग के सचिव डॉ. के विजय राघवन ने ये पुरस्कार प्रदान किए।

बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन में ग्लोबल हेल्थ डिवीजन के अध्यक्ष ट्रेवर मुडेंल ने कहा, “विकासशील समाज में आविष्कार केंद्रीय भूमिका निभाता है। अनुसंधान व विकास को प्रोत्साहित व पोषित करना जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए बेहद अहम है। ‘गैंड्र चैलेंजिज’ आविष्कारकों को एक मंच मुहैया कराता है, जहां वे किफायती व स्थायी विधियां विकसित कर सकते हैं।”

बीआईआरएसी की प्रबंध निदेशक डॉ. रेणु स्वरूप ने कहा, “भारत दुनिया के उन देशों में से एक है, जहां बाल मृत्युदर और पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर सबसे ज्यादा है। देश में जिंदगियों को बेहतर बनाने का हमारा ध्येय केवल नवप्रवर्तन को अपनाने से ही संभव होगा। चयनित प्रस्ताव हस्तक्षेपों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जिनका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि बच्चे सेहतमंद जीवन जीएं।”

Continue Reading

नेशनल

जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

Published

on

Loading

नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

Continue Reading

Trending