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प्रादेशिक

दादरी कांड : प्रधानमंत्री की चुप्पी पर आप ने साधा निशाना

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नई दिल्ली| आम आदमी पार्टी (आप) के नेता आशुतोष ने मंगलवार को दादरी कांड पर चुप्पी साधने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। आशुतोष ने ट्विटर पर लिखा, “आज दादरी की घटना का आठवां दिन है, लेकिन प्रधानमंत्री इस पर नहीं बोले। देश को नहीं मालूम कि वह क्या महसूस करते हैं और क्या वह ऐसी घटनाओं के खिलाफ हैं |आप विधायक ने अपने ट्वीट में कहा कि कोई भी धर्म देश का भरोसा तोड़ने की इजाजत नहीं दे सकता।

आशुतोष ने लिखा, गृह मंत्रालय (एमएचए) सांप्रदायिक घटनाओं पर शून्य सहिष्णुता की बात कहता है, तो फिर भाजपा और सपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई, जो भड़काऊ बयान दे रहे हैं। उल्लेखनीय है कि 28 सितंबर को ग्रेटर नोएडा के दादरी शहर के बिसाहड़ा गांव में मोहम्मद अखलाक के कथित तौर पर गोमांस खाने से भड़के लोगों ने उन्हें पीट-पीटकर हत्या कर दी। पीड़ित परिवार ने गोमांस खाने के आरोपों से इंकार किया है। उस हमले में अखलाक का 21 वर्षीय बेटा दानिश भी गंभीर रूप से घायल हो गया।

 

प्रादेशिक

गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

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अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

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