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मुख्य समाचार

दलाई लामा ने नेपाल में भूकंप पर दुख जताया

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धर्मशाला| तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप पर दुख व्यक्त किया है। नेपाल में शनिवार को आए विनाशकारी भूकंप में अब तक 3,200 लोगों की मौत हो चुकी है।

दलाई लामा ने नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोईराला के नाम अपने खुले पत्र में कहा है, “नेपाल और तिब्बत के लोग हमेशा से पड़ोसी रहे हैं और तिब्बत के अनेक शरणार्थी नेपाल में रह रहे हैं। मैं आपसे उन लोगों के प्रति दुख व्यक्त करता हूं जिन्होंने इस त्रासदी में अपने परिजनों और मित्रों को खो दिया है तथा जो बेघर हो गए हैं।”

दलाई लामा ने कहा, “नेपाल वासियों के प्रति एकजुटता दर्शाते हुए मैंने दलाई लामा ट्रस्ट से राहत एवं बचाव कार्य में आर्थिक मदद करने के लिए कहा है।”

निर्वासित तिब्बती सरकार के प्रधानमंत्री लोबसांग सांगय ने कहा, “हम नेपाल, तिब्बत और भारत में त्रासदी और पीड़ा झेल रहे लोगों के प्रति अपनी भावनाओं को शब्दों में बयां करने में असमर्थ हैं।”

 

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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