Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

तेहरान परमाणु वार्ता को बाधित कर रहे महत्वपूर्ण मुद्दे

Published

on

tehraan nuclear talk

Loading

तेहरान। ईरान परमाणु कार्यक्रम वार्ता की प्रगति की राह में अब भी कई महत्वपूर्ण मुद्दे बाधा बन रहे हैं। ईरान की ओर से वार्ताकार अब्बास अराकची ने शनिवार को कहा कि वार्ता का दौर कठिनाई से गुजर रहा है और कुछ क्षेत्रों में प्रगति के बावजूद संपूर्ण वार्ता में प्रगति की रफ्तार बेहद धीमी है।

अराकची ने कहा कि ईरान और पी5+1 (अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, चीन और जर्मनी) समूह के देश 30 जून से पहले वार्ता के जरिये किसी व्यापक समझौते तक पहुंचने के लिए प्रयासरत हैं। वार्ता की समय सीमा बढ़ाने की योजना नहीं है। ऑस्ट्रेलिया की राजधानी वियना में ईरान और पी5+1 समूह के देशों के साथ हो रही वार्ता से इतर अराकची ने ये बातें कही।

ईरान के विदेश मंत्री और विश्वशक्तियों का समूह पी5 प्लस 1 (अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, चीन और जर्मनी) इस सप्ताहांत वियना में परमाणु कार्यक्रम वार्ता पर अंतिम बातचीत के लिए बैठक कर सकते हैं। ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद-जवाद जारिफ ने शुक्रवार को कहा कि वह एक निष्पक्ष और टिकाऊ समझौते के लिए वियना गए हैं। उन्होंने ट्वीट किया, “ईरान एक गरिमापूर्ण समझौता चाहता है।”

Continue Reading

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान ने IMF के आगे फिर फैलाए हाथ, की नए लोन की डिमांड

Published

on

Loading

इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आईएमएफ के सामने एक बार फिर भीख का कटोरा आगे कर दिया है। पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात कर उनसे नए ऋण कार्यक्रम पर चर्चा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा कि पीएम शहबाज की मुलाकात रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर हुई।

रियाद में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की एक बैठक से इतर शरीफ ने तीन अरब अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त व्यवस्था (एसबीए) हासिल करने में पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक जॉर्जीवा का शुक्रिया अदा किया। पाकिस्तान ने पिछले साल जून में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का आईएमएफ कार्यक्रम हासिल किया था। पाकिस्तान मौजूदा एसबीए के इस महीने समाप्त होने के बाद एक नई दीर्घकालिक विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) की मांग कर रहा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के नुसार, “दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के लिए एक अन्य आईएमएफ कार्यक्रम पर भी चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले वर्ष से हासिल लाभ समेकित हो और आर्थिक वृद्धि सकारात्मक बनी रही।’’ शरीफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने कहा कि इस्लामाबाद जुलाई की शुरुआत तक नए कार्यक्रम पर कर्मचारी स्तर का समझौता हासिल कर सकता है। यदि पाकिस्तान को यह मदद मिल गई तो उसको आईएमएफ की ओर से यह 24वीं सहायता होगी।

Continue Reading

Trending