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मुख्य समाचार

तमिलनाडु में गतिरोध बरकरार, सभी निगाहें राज्यपाल पर

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paneer-sasklचेन्नई। तमिलनाडु में सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक में चल रहे आंतरिक कलह के बीच गुरुवार को पार्टी की अंतरिम महासचिव वी. के. शशिकला ने राज्यपाल सी. विद्यासागर राव से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया। शशिकला के साथ पार्टी के शीर्ष 10 मंत्री भी थे। पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया है कि शशिकला ने राव से मुलाकात की और पार्टी विधायकों से मिला समर्थन-पत्र पेश किया।

राजभवन जाने से पहले शशिकला मारीना बीच स्थित पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता के समाधि स्थल पहुंचीं। शशिकला ने जयललिता की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की और 130 विधायकों के नामों वाली सूची समर्पित की।

उल्लेखनीय है कि 235 सीटों वाली तमिलनाडु विधानसभा में अन्ना द्रमुक के 134 विधायक हैं। शशिकला को बहुमत साबित करने के लिए 118 विधायकों के समर्थन की जरूरत है।

इस बीच पार्टी प्रवक्ता के. पांडियाराजन ने कहा, “पार्टी मजबूती से शशिकला के साथ खड़ी है। पार्टी के सांसद और विधायक शशिकला के समर्थन में हैं।” उन्होंने उन दावों को भी खारिज किया है, जिसमें कहा जा रहा है कि शशिकला ने पार्टी विधायकों को होटलों में कैद कर रखा है।

इससे पहले, राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम ने राज्यपाल से मुलाकात की। राज्यपाल से मिलने के बाद पन्नीरसेल्वम ने बताया कि उन्होंने राज्यपाल को राज्य के घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी है और ‘न्याय की जीत होगी।’

उल्लेखनीय है कि रविवार को हुई पार्टी की बैठक में शशिकला को पार्टी के विधायक दल का नेता चुन लिया गया था और इस तरह उनके मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया था। इसके बाद पन्नीरसेल्वम ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि पन्नीरसेल्वम ने दो दिन बाद ही मंगलवार को कहा कि उनसे जबरन इस्तीफा लिया गया।

पन्नीरसेल्वम के बगावती तेवर अपनाने के अगले दिन बुधवार को उन्हें पार्टी के कोषाध्यक्ष पद से हटा दिया गया। हालांकि कुछ पार्टी नेताओं का कहना है कि अंतरिम महासचिव को पार्टी के किसी अधिकारी को बर्खास्त करने का अधिकार नहीं है।

पार्टी के प्रेसीडियम चेयरमैन ई. मधुसूदनन गुरुवार को इससे पहले, पन्नीरसेल्वम के आवास पहुंचे और अपना समर्थन जताया। पन्नीरसेल्वम ने कहा है कि वह विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश करेंगे।

इस बीच प्रमुख विपक्षी दल द्रविड़ मुनेत्र कडग़म (द्रमुक) की उप महासचिव और पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री सुब्बालक्ष्मी जगदीशन ने जरूरत पडऩे पर पन्नीरसेल्वम गुट को बिना शर्त समर्थन देने की बात कही है। हालांकि द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एम. के. स्टालिन ने सुब्बालक्ष्मी के बयान से पार्टी को अलग कर लिया है।

नेशनल

दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी

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नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे ईमेल के बाद जांच की गई तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस अधिकारियों ने भी इसे होक्स ईमेल बताया है, लेकिन उन्होंने कहा कि चेकिंग जारी रहेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं।

वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की। कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कॉल्स फर्जी हैं। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें।

स्कूल में आए इस धमकी भरे ईमेल के बाद कई स्कूलों ने बच्चों की जल्द छुट्टी का मैसेज पेरेंट्स को भेज दिया, तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल जाकर पहले ही ले आए। इसके अलावा कई स्कूल के प्रिंसिपल ने पेरेंट्स को मैसेज भेज कर कहा कि घबराने की बात नहीं है।

नोएडा में इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल (आईपीजीएस) की प्रिंसिपल निकिता तोमर मान ने बताया, “मैं लोगों से आग्रह करूंगी कि वे अनावश्यक घबराहट पैदा न करें और इस स्थिति को एक परिपक्व वयस्क के रूप में लें। दिल्ली-एनसीआर के जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उन्हें खाली करा लिया गया है और हमारे सहित बाकी स्कूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। कोई धमकी भरा संदेश प्राप्त नहीं हुआ है।”

 

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