Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

डब्ल्यूएचओ, दक्षिण कोरिया संयुक्त रूप से मर्स की जांच करेंगे

Published

on

Loading

सियोल| विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और दक्षिण कोरिया, पिछले पांच दिनों से तेजी से फैल रहे मिडल ईस्ट रिस्पाइरेटरी सिंड्रोम से निपटने के लिए इसकी संयुक्त रूप से जांच करेंगे। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, दक्षिण कोरिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि इस संयुक्त दल में 16 विशेषज्ञ होंगे, जो पुष्ट हो चुके मामलों और संक्रमण नियंत्रण की जांच करेंगे।

यह दल उन अस्पतालों का दौरा करेगा, जहां मर्स संक्रमित मरीजों को रखा गया है या फिर मरीजों को अलग रखा गया है। यह दल कोरिया के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र के साथ मिलकर मर्स कोरोना संक्रमण की पहचान करेगा।

मंत्रालय ने कहा कि इस संयुक्त जांच के नतीजे शनिवार को जारी किए जाएंगे।

इस संयुक्त अभियान को डब्ल्यूएचओ के स्वास्थ्य सुरक्षा के सहायक महानिदेशक केजी फूकुदा और सियोल नेशनल युनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिसिन के तहत जेडब्ल्यू एलईई सेंटर फॉर ग्लोबल मेडिसिन के प्रमुख ली जॉग-कू की सहअध्यक्षता में शुरू किया जाएगा।

दक्षिण कोरिया में सोमवार तक मर्स से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 87 हो गई है। मर्स के 23 नए मामले सामने आए हैं, जबकि मर्स से मरने वालों की संख्या छह है।

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

Continue Reading

Trending