Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

जॉन केरी की पैर की सर्जरी सफल

Published

on

john kerry

Loading

वाशिंगटन। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी के दाएं पैर की सर्जरी सफल रही। उनके पैर में फ्रैक्चर था। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन कर्बी ने कहा ने बताया कि केरी की सर्जरी मेसाच्युसेट्स के बोस्टन स्थित मेसाच्युसेट्स जनरल हॉस्पीटल में मंगलवार को हुई।

सर्जरी से पहले विदेश मंत्री ने पेरिस में आतंकवादी संगठन आईएस से मुकाबले के बारे में चर्चा के लिए आयोजित बैठक में फोन पर बात की। केरी ने रविवार को टूर डे फ्रांस में हिस्सा लिया था, जहां साइकिल दुर्घटना में उनके दाएं पैर में फ्रैक्चर हो गया था। केरी शनिवार को ईरान के विदेश सचिव मोहम्मद जवाद जारिफ के साथ बातचीत के लिए जेनेवा और स्विट्जरलैंड की यात्रा पर थे। सोमवार को वह स्पेन के मैड्रिड और फ्रांस के पेरिस का दौरा रद्द करने के बाद सर्जरी के लिए बोस्टन लौटे।

केरी के पैर में फ्रैक्चर आने के बाद यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि उनके चोटिल होने के कारण ईरान के साथ परमाणु वार्ता बाधित हो सकती है, जिसकी समय सीमा जून के अंत में समाप्त हो रही है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने दैनिक प्रेस वार्ता में बताया कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि उनके (विदेश मंत्री) चोटिल होने का परमाणु वार्ता पर क्या प्रभाव पड़ेगा। अर्नेस्ट ने कहा, “जिस बात पर मेरा यकीन है और जो बरकरार रहेगी वह यह है कि जून के अंत तक परमाणु वार्ता संपन्न करने के हमारे प्रयास में वह अग्रणी भूमिका निभाएंगे।”

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

Published

on

Loading

नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

Continue Reading

Trending