Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

जम्मू-कश्मीर : लेह में पारा शून्य से 17 डिग्री नीचे

Published

on

Loading

जम्मू एवं कश्मीर के लेह कस्बे में गुरुवार रात इस मौसम की सबसे सर्द रात रही। लेह में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान शून्य से 17 डिग्री नीचे पहुंच गया, जबकि घाटी में रात का तापमान हिमांक बिंदु से नीचे बना हुआ है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया, “लेह में गुरुवार रात सबसे अधिक सर्द रही। यहां न्यूनतम तापमान शून्य से गिरकर 17.1 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया है। करगिल कस्बे में न्यूनतम शुक्रवार से 16.1 डिग्री नीचे दर्ज किया गया।”

मौसम अधिकारी ने बताया, “श्रीनगर शहर में न्यूनतम तापमान शून्य से 5.4 डिग्री नीचे, पहलगाम में शून्य से 7.6 डिग्री नीचे और गुलमर्ग में शून्य से 4.8 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। जम्मू में न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री सेल्सियस रहा।”

अधिकारी ने कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान पूरे जम्मू एवं कश्मीर में मौसम सर्द व शुष्क बना रहेगा। राज्य के कुछ हिस्सों में रविवार को हल्की बारिश या बर्फबारी होने के आसार हैं।

प्रादेशिक

गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

Published

on

Loading

अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

Continue Reading

Trending