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प्रादेशिक

चेन्नई में बारिश थमी, परेशानी बरकरार

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चेन्नई| तमिनलाडु की राजधानी चेन्नई में लोगों के लिए आफत बनी बारिश थम चुकी है लेकिन लोगों की परेशानी अभी भी बरकरार है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि चेन्नई के कई क्षेत्र अभी भी जलमग्न है और ऐसी स्थिति में आवश्यक खाद्य पदार्थो की आपूर्ति में परेशानी हो रही है।

एक स्थानीय निवासी विश्वनाथ ने बताया, “जलभराव की समस्या बनी हुई है। राहत की बात सिर्फ यही है कि बारिश थम चुकी है।”

अड्यार नदी का जलस्तर कम हो गया है और अतिरिक्त पानी चेंबारामबक्कम झील में छोड़ा गया है।

दक्षिणी रेलवे ने चेन्नई बीच स्टेशन से तिरुनेलवेली, रामेश्वरम और हावड़ा के लिए विशेष रेल सेवाएं शुरू करने की घोषणा की।

जिन क्षेत्रों में जलस्तर में कमी आई है वहां बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है लेकिन अभी भी कई क्षेत्रों में यह समस्या जस की तस बनी हुई है।

इसके साथ ही संचार व्यवस्था-लैंडलाइन और मोबाइल फोन की सेवाएं बाधित हैं।

मूडीचूर और तंबारम जैसे अत्यधिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोग बारिश थमने और राहत सामग्री मिलने का इंतजार कर रहे हैं।

प्रादेशिक

गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

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अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

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