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मुख्य समाचार

गृहमंत्री ने संसद में दिया बयान, पाक से ही आए थे गुरदासपुर के हमलावर

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नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि पंजाब के दीनानगर में मारे गए तीनों आतंकवादी पाकिस्तान से घुसपैठ कर भारत पहुंचे थे और उन्होंने पड़ोसी देश को चेतावनी देते हुए कहा कि दुश्मनों के किसी भी प्रयास का भारतीय सुरक्षा बल मुंहतोड़ जवाब देंगे।

पंजाब के गुरदासपुर जिले के दीनानगर में 27 जुलाई को हुए आतंकवादी हमले पर राज्यसभा में एक बयान देते हुए राजनाथ ने कहा, “आतंकवादियों के पास से बरामद जीपीएस प्रणाली से मिले आंकड़ों के प्रारंभिक विश्लेषण के मुताबिक आतंकवादियों ने गुरदासपुर जिले के निकट तास इलाके से घुसपैठ की थी, जहां रावी नदी पाकिस्तान में प्रवेश करती है।”

राजनाथ ने कहा, “यह भी आशंका है कि दीनानगर तथा झकोलादी के बीच तलवंडी गांव के पास रेलवे पटरी पर उन्हीं आतंकवादियों ने पांच आईईडी लगाई होगी, जिसे बाद में निष्क्रिय कर दिया गया था।” उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि भारत के दुश्मनों द्वारा देश की क्षेत्रीय एकता व सुरक्षा या नागरिकों की सुरक्षा को संकट में डालने वाले किसी भी प्रयास का देश के सुरक्षाबल मुंहतोड़ जवाब देंगे।

राजनाथ ने कहा, “मैं सदन को आश्वस्त करता हूं कि देश से आतंकवाद को उखाड़ फेंकने के प्रति भारत दृढ़संकल्प है। सदन को इस बात से भी आश्वस्त करता हूं कि सरकार देश को लक्षित सीमा पार के आतंकवाद को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।” विपक्ष द्वारा सरकार विरोधी नारे व हंगामे के बीच राजनाथ ने तीनों आतंकवादियों को मार गिराने के लिए पंजाब पुलिस की सराहना की।

राजनाथ ने कहा कि सीमा पर भारी बारिश तथा उफनी नदियों व नालों का फायदा उठाकर कुछ आतंकवादी घुसपैठ में सफल हो सकते हैं, जिसके मद्देनजर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) पूरी तरह मुस्तैद है। बयान पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

अन्तर्राष्ट्रीय

हेलीकॉप्टर क्रैश में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत, विदेश मंत्री की भी गई जान

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नई दिल्ली। एक हेलीकॉप्टर हादसे में में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन की मौत हो गई है।
अजरबैजान के घने और पहाड़ी इलाके में रविवार को राष्ट्रपति का विमान क्रैश हो गया था। इसके बाद ईरान की सेना ने हेलीकॉप्टर की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जिसमें विमान का मलबा मिल गया। हालांकि, दुर्घटनास्थल पर जीवन के कोई संकेत नहीं मिले हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद राष्ट्रपति रईसी के जीवित होने की उम्मीदें न के बराबर हैं। आपको बता दें कि रविवार को ईरान के राष्ट्रपति के हेलिकॉप्टर से अधिकारियों का संपर्क टूट गया था, इसके बाद से ही राष्ट्रपति रईसी लापता थे।

बता दें कि अजरबैजान के जंगल में खराब मौसम की वजह से इब्राहिम रईसी के विमान की आपात लैंडिंग कराई गई थी, जिससे हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद ईरान की जांच एजेंसियों को विमान का मलबा मिला। इसके बाद ईरानी मीडिया ने हेलीकॉप्टर हादसे में राष्ट्रपति और विदेश मंत्री की मौत की पुष्टि की। ईरानी रेड क्रिसेंट प्रमुख ने बताया कि बचाव टीमें दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं। इस हादसे में विमान का पूरा केबिन जलकर राख हो गया, जिसमें किसी के जिंदा होने के निशान नहीं मिले हैं। इस बीच ईरानी न्यूज एजेंसी ने बताया कि हादसे में किसी के बचने की कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि राष्ट्रपति का चॉपर पूरी तरह से तबाह हो गया।

ईरान के प्रेस टीवी के अनुसार, रेस्क्यू दल ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर का पता लगा लिया है। दुर्घटनास्थल पर किसी भी जीवित व्यक्ति का कोई सुराग नहीं मिला है। आपको बता दें कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी पूर्वी अजरबैजान के दौरे गए थे। वे अपने विमान से राजधानी तेहरान लौट रहे थे, तभी उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान देश की सीमा से सटे जुल्फा शहर के पास हादसा हो गया। उनके साथ हेलीकॉप्टर में विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर और अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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