मुख्य समाचार
गजेंद्र चौहान का विरोध कर रहे FTII छात्रों के समर्थन में उतरा एफएफएसआई
नई दिल्ली। अभिनेता और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता गजेंद्र चौहान को भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) का अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर छात्रों की हड़ताल के समर्थन में फेडरेशन ऑफ फिल्म सोसायटीज ऑफ इंडिया (एफएफएसआई) के उतरने के बाद मामले ने नया मोड़ ले लिया है। एफएफएसआई अध्यक्ष की ओर से गुरुवार को जारी प्रेस नोट में गजेंद्र चौहान की नियुक्ति को ‘संस्थान की साख पर धब्बा’ करार दिया गया।
बयान के मुताबिक, “सिनेमा और टेलीविजन के क्षेत्र में युवाओं को प्रशिक्षण देने वाले अग्रणी संस्थान का अध्यक्ष हमेशा कोई ऐसा सदस्य होता है, जिसकी पहचान एक प्रतिष्ठित फिल्मकार के रूप में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होती है। संस्थान के अध्यक्ष के तौर पर की गई नई नियुक्ति इसके नाम पर धब्बा है।” एफटीआईआई के छात्र गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के विरोध मे 12 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। छात्रों का कहना है कि यह नियुक्ति राजनीतिक रूप से प्रेरित है।
चौहान की नियुक्ति के विरोध के पीछे छात्रों का तर्क है कि गजेंद्र चौहान इस पद के योग्य नहीं हैं। चौहान की पहचान बी.आर. चोपड़ा फिल्म्स के पौराणिक धारावाहिक ‘महाभारत’ में युद्धिष्ठिर की भूमिका के लिए है और इसके अलावा उन्होंने कुछ हिंदी फिल्मों में छोटी-मोटी भूमिकाएं की हैं। खबरों के मुताबिक, छात्र परिषद ने जल्द से जल्द एक योग्य, सक्षम और अनुभवी अध्यक्ष की नियुक्ति की मांग रखी है, जो संस्थान की प्रतिष्ठा के साथ न्याय कर सके।
नेशनल
दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी
नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे ईमेल के बाद जांच की गई तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस अधिकारियों ने भी इसे होक्स ईमेल बताया है, लेकिन उन्होंने कहा कि चेकिंग जारी रहेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं।
वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की। कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कॉल्स फर्जी हैं। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें।
स्कूल में आए इस धमकी भरे ईमेल के बाद कई स्कूलों ने बच्चों की जल्द छुट्टी का मैसेज पेरेंट्स को भेज दिया, तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल जाकर पहले ही ले आए। इसके अलावा कई स्कूल के प्रिंसिपल ने पेरेंट्स को मैसेज भेज कर कहा कि घबराने की बात नहीं है।
नोएडा में इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल (आईपीजीएस) की प्रिंसिपल निकिता तोमर मान ने बताया, “मैं लोगों से आग्रह करूंगी कि वे अनावश्यक घबराहट पैदा न करें और इस स्थिति को एक परिपक्व वयस्क के रूप में लें। दिल्ली-एनसीआर के जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उन्हें खाली करा लिया गया है और हमारे सहित बाकी स्कूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। कोई धमकी भरा संदेश प्राप्त नहीं हुआ है।”
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