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मुख्य समाचार

खतरे मे आदर्श कारागार की कैदी पुनर्वास योजनायें

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आदर्श कारागार की कैदी पुनर्वास योजनायें, महानिरीक्षक कारागार की मनमानी वसूली, सम्पूर्णानन्द संस्थान

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मुखिया को देने के लिये कैदियों से वसूली कर रहा जेल प्रशासन
खाना बनाने से लेकर बस के डीजल व मेन्टीनेन्स का खर्चा दे रहे कैदी                   
राकेश यादव
लखनऊ। महानिरीक्षक कारागार की मनमानी वसूली से आदर्श कारागार के कैदियों की पुनर्वास योजनायें पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गई है। आजीवन कारागार की सजा काट रहे इन कैदियों को जेल मे भोजन बनाने से लेकर योजना के लिये गंतव्य तक जाने तक का किराया वसूल किया जा रहा है। यही नही योजना के तहत व्यवसाय करने वाले इन कैदियों से रात मे पहरा तक लगवाया जा रहा है। कारागार प्रशासन की तानाशाही से कैदियों मे खासा आक्रोश व्याप्त है। मामला विभाग के मुखिया से जुड़ा होने की वजह से आक्रोशित कैदियों ने चुप्पी साध रखी है।
आदर्श कारागार प्रदेश की एक मात्र ऐसी जेल है जहां सिर्फ अच्छे आचरण के सजायाफ्ता कैदियों को रखा जाता है। इस जेल मे कैदियों के लिये पुनर्वास की तमाम योजनायें चलाई जा रही है। इसके तहत जेल के कैदी जेल के आस पास पान बीड़ी, सिगरेट, चाय का होटल, साइकिल स्टैंड, साइकिल रिपेरिंग आदि की दुकान लगाकार व्यवसाय करते है।

इसके अलावा यह कैदी भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान में मजदूरी करने जाते है। सम्पूर्णानन्द संस्थान के आस पास भी ट्रेनिंग आदि का व्यवसाय करते है। मिली जानकारी के मुताबिक आदर्श कारागार के लिये प्रदेश के विभिन्न केन्द्रीय कारागारों से कैदियों को चयनित कर के लाया जाता है। इस कारागार मे अच्छे आचरण एवं फर्स्टन अफेंडर कैदी ही चयनित कर यहां लाये जाते है करीब डेढ़ वर्ष तक कडे परीक्षण के बाद इन कैदियों को जेल के बाहर व्यवसाय करने के लिये निकाला जाता है। गलती होने पर इन कैदियों पर सजा के तौर पर चयनित की गयी जेल मे वापस कर दिया जाता है। सूत्रों का कहना है कि वर्तमान समय मे विभाग के मुखिया की मनमानी वसूली इन कैदियों के लिये मुसीबत बन गई है। कैदियों का अरोप है कि जेल के अधिकारियों द्वारा उच्च अधिकारियों तक रकम पहुचाने के लिये हमारा शोषण किया जा रहा है।

इनका कहना है कि जेल प्रशासन के अधिकारी उनके लिये पाकशाला मे बनने वाले भोजन का मेहनताना तो हमसे लेते ही है  इसके अलावा व्यवसाय के लिये जेल से दूर दराज क्षेत्रों मे जाकर मजदूरी आदि करने वाले कैदियों से सरकारी बस मे लगने वाले डीजल एवं बस के खराब हो जाने से बनवाने तक का खर्चा भी उन्ही से लिया जाता है। यहीं नही कारागार की गौशाला में उत्पादित होने वाले दूध का वितरण भी कैदियों से मुफ्त मे कराया जाता है। विभाग के मुखिया प्रशिक्षण संस्थान परिसर मे किक्रेट खेलने आते है इस खेल के दौरान खिलाडियों के पीने के पानी से लेकर नाश्तस तक के प्रबन्ध की जिम्मेदारी भी आदर्श कारागार को दी गई है। इस अनाप सनाप खर्च को पूरा करने के लिये कारागार के प्रशासन के अधिकारी कैदियों का शोषण करने मे जुटे हुए है। कैदियों की माने तो इस अनाप सनाप वसूली को रोकने के लिये उन्होने कई बार जेल प्रशासन के अधिकारियों से कई बार शिकायत भी की लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नही है। उधर आईजी जेल देवेन्द्र सिंह चौ हान से सम्पर्क करने का काफी प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन तक नही उठाया। जेल मंत्री बलराम यादव ने कहा जांच कराई जायेंगी।

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नेशनल

पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर में बोले अमित शाह, पीओके भारत का है और हम इसे लेकर रहेंगे

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श्रीरामपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के हुगली के श्रीरामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और ममता बनर्जी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ये पीओके भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी, कांग्रेस-सिंडिकेट कहती है कि धारा 370 को मत हटाओ। मैंने संसद में पूछा कि क्यों न हटाएं तो उन्होंने कहा कि खून की नदियां बह जाएंगी। 5 साल हो गए खून कि नदियां छोड़ो किसी की कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं है। जब INDI गठबंधन का शासन था तो हमारे कश्मीर में हड़तालें होती थीं। आज पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में हड़ताल होती है। पहले कश्मीर में आजादी के नारे लगते थे, अब पाक अधिकृत कश्मीर में नारेबाजी होती है। राहुल गांधी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ममता बनर्जी आपको डरना है तो डरते रहिए लेकिन मैं आज श्रीरामपुर की धरती से कहता हूं कि ये पाक अधिकृत कश्मीर भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा आने वाले चुनाव में आप सभी वोट डालने वाले हैं। इस चुनाव में एक ओर परिवारवादी पार्टियां हैं जिसमें ममता बनर्जी अपने भतीजे को, शरद पवार अपनी बेटी को, उद्धव ठाकरे अपने बेटे को, स्टालिन अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी, राहुल बाबा को पीएम बनाना चाहती हैं। वहीं दूसरी ओर गरीब चाय वाले के घर में जन्में इस देश के महान नेता नरेन्द्र मोदी जी हैं।

नरेन्द्र मोदी जी ने बंगाल के विकास के लिए ढेर सारे कार्य किए हैं। मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि 10 साल तक आपके लोग सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रहे, लेकिन सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार ने बंगाल के विकास के लिए क्या किया। उनकी सरकार ने 10 साल में बंगाल के विकास के लिए मात्र 2 लाख करोड़ रुपये दिए। जबकि मोदी जी ने 10 साल में 9 लाख, 25 हजार करोड़ रुपये देने का काम किया।

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