Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

क्या चुनावी बैठक में मौजूद थे एनएसए अजित डोभाल?

Published

on

Loading

नई दिल्ली/अगरतला। मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने सोमवार को मीडिया रिपोर्ट के हवाले से कहा कि यह ‘स्तब्ध करने वाला’ है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल ने त्रिपुरा में चुनावी रणनीति को लेकर गृहमंत्री राजनाथ सिह के घर पर हुई बैठक में हिस्सा लिया था। माकपा ने एक बयान में कहा, “मीडिया के कुछ धड़ों ने रिपोर्ट किया है कि राजनाथ सिह के आवास पर आगामी त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में होने वाले चुनाव के लिए भाजपा और आरएसएस नेताओं की बैठक हुई थी।”

माकपा ने कहा, “कुछ मीडिया ने यह रिपोर्ट प्रकाशित की है कि बैठक में डोभाल भी उपस्थित थे। अगर सही है तो, यह नियमों का स्तब्ध करने वाला उल्लंघन और गंभीर कदाचार है।” पार्टी के अनुसार, “कैसे एनएसए जैसा सरकारी तंत्र का एक शीर्ष पदाधिकारी भाजपा के चुनावी अभियान की बैठक में हिस्सा ले सकता है? गृह मंत्रालय को तत्काल स्पष्टीकरण देना चाहिए।”

अगरतला में, माकपा के राज्य सचिव बिजान धर ने कहा कि राजनाथ सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के महासचिव राम माधव और राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के वरिष्ठ नेता कृष्ण गोपाल समेत अन्य के साथ बैठक की थी। उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त ए.के. जोति को लिखे पत्र में कहा कि डोभाल भी उस बैठक में उपस्थित थे।

माकपा की केंद्रीय समिति के सदस्य धर ने कहा कि एनएसए जैसा अतिमहत्वपूर्ण पद संभाल रहे व्यक्ति का भाजपा की बैठक में रहना न केवल अवांछनीय और आपत्तिजनक है, बल्कि सत्तारूढ़ भाजपा के द्वारा प्रशासन के जबरदस्त दुरुपयोग का उदाहरण है।

नेशनल

अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज

Published

on

Loading

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की उस याचिका पर सोमवार को सुनवाई करेगा, जिसमें केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी है। जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई करेगी।

दिल्ली में शराब नीति घोटाले से उपजे मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को असंवैधानिक बताया है। केजरीवाल पहले ही सुप्रीम कोर्ट में कह चुके हैं कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हर लोकतंत्र में जरूरी हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव के समय उनकी गिरफ्तारी लोकतंत्र पर हमला है।

केजरीवाल ने ईडी की कार्रवाई के खिलाफ कहा कि जिस तरह से उन्हें गिरफ्तार किया गया और जिस समय लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्हें गिरफ्तार किया गया, जब आचार संहिता लागू हो चुकी थी। इससे साफ है कि एजेंसी बिना किसी कारण के जानबूझकर उन्हें परेशान कर रही हैं। चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से ही उनकी गिरफ्तारी हुई है।

तिहाड़ जेल जाने के बाद केजरीवाल अपने स्वास्थ्य को लेकर भी जेल प्रशासन और सरकार पर गंभीर आरोप लगाते रहे हैं। उनका दावा है कि केंद्र सरकार के इशारे पर जेल प्रशासन उन्हें इंसुलिन नहीं दे रहा है, जबकि वह लंबे समय से शुगर के मरीज हैं।

 

Continue Reading

Trending