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प्रादेशिक

कैंसर पीड़ित सिपाही मामले में प्रमुख सचिव गृह को अवमानना नोटिस

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कैंसर पीड़ित सिपाही, इलाहाबाद हाई कोर्ट, प्रमुख सचिव गृह, देबाशीष पांडा

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कैंसर पीड़ित सिपाही, इलाहाबाद हाई कोर्ट, प्रमुख सचिव गृह, देबाशीष पांडा

लखनऊ कैंसर पीड़ित मुख्य आरक्षी के मामले में कोर्ट के आदेशों का पालन नहीं करने पर इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने आज प्रमुख सचिव गृह देबाशीष पांडा के खिलाफ अवमानना नोटिस जारी किया है ।

याची की अधिवक्ता डॉ नूतन ठाकुर ने कहा कि 23 सितम्बर 2016 को कोर्ट ने रामपुर में तैनात रवीन्द्र सिंह के एप्लास्टिक एनीमिया के कारण दरोगा पद पर प्रोन्नति के लिए आवश्यक दौड़ से मुक्ति के सम्बन्ध में प्रमुख सचिव गृह को एक महीने में सहानुभूतिपूर्वक निर्णय लेने के आदेश दिए थे लेकिन तीन माह बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है । इस पर जस्टिस देवेन्द्र कुमार अरोड़ा की बेंच ने श्री पांडा के खिलाफ अवमानना नोटिस जारी कर 23 जनवरी 2017 को सुनवाई नियत किया है ।

 

प्रादेशिक

गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

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अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

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