Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

कार्डिनल, बिशप दूसरों की सेवा करें : पोप

Published

on

Loading

वेटिकन सिटी| पोप फ्रांसिस ने कहा है कि कैथोलिक कार्डिनल्स और बिशपों को दूसरों की सेवा के लिए तत्पर रहना चाहिए। यही उनकी मुक्ति का मार्ग है। पोप ने मंगलवार को एक धर्मोपदेश में कहा, “जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है पवित्र कार्डिनलों और बिशपों का काम सेवा करना या मदद करना ही है।”

पोप सेंट पीटर के गिरिजाघर में इस वर्ष दिवंगत हुए धर्माध्यक्षों के लिए आयोजित धर्मसभा में बोल रहे थे।

पोप ने कहा, “ईश्वर ने सर्वप्रथम हमारी सेवा की। जीसस भी सेवा करने के लिए धरती पर आए थे, सेवा करवाने के लिए नहीं।”

पोप ने कहा कि जो खुद को दूसरों की सेवा और दान में लगा देते हैं, वे दुनिया की नजरों में हारे हुए होते हैं, लेकिन हकीकत में सत्य इसके विपरीत है।

पोप ने कहा, “जो सेवा के लिए नहीं जीता, उसके जीवन का मकसद पूरा नहीं होता और जो सेवा करते हैं, वे अपना जीवन सफल कर लेते हैं।”

 

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

Continue Reading

Trending