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मुख्य समाचार

कांग्रेस ने शिवराज के कंधे पर बंदूक रखकर पीएम पर साधा निशाना

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भोपाल। मध्यप्रदेश में पूरे तामझाम के साथ चल रही नर्मदा सेवा यात्रा के समापन पर 15 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमरकंटक पहुंचने वाले हैं। विपक्षी कांग्रेस ने प्रधानमंत्री से इस कार्यक्रम में न आने का आग्रह किया है, क्योंकि मोदी कहते हैं ‘न खाऊंगा न खाने दूंगा’ जबकि कांग्रेस की नजर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ईमानदार नहीं हैं।

कांग्रेस का कहना है कि मुख्यमंत्री के रिश्तेदार रेत खनन का अवैध कारोबार कर नर्मदा को छलनी कर रहे हैं और इससे ध्यान हटाने के लिए सेवा यात्रा का दिखावा किया जा रहा है।

कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष अरुण यादव व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने शुक्रवार को संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में नर्मदा यात्रा के समापन कार्यक्रम में 15 मई को प्रधानमंत्री के आगमन पर सख्त ऐतराज जताया। उन्होंने कहा, “नर्मदा नदी से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के परिजनों ने बड़े पैमान पर रेत का अवैध खनन किया है, इसके सबूत प्रधानमंत्री को फोटो, वीडियो और समाचारपत्रों की कतरनों सहित भेजे जा चुके हैं। अगर फिर भी प्रधानमंत्री समापन कार्यक्रम में आते हैं, तो इसका मतलब होगा कि इस अवैध कारोबार को उनका परोक्ष या अपरोक्ष समर्थन हासिल है।”

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के आगमन के प्रचार-प्रसार पर राजस्व कोष के करोड़ों रुपये बर्बाद किए गए हैं, वहीं प्रधानमंत्री के नाम पर सरकार ने प्रदेश के 51 जिलों से दो लाख 12 हजार 250 लोगों के लिए प्रशासन के जरिए कुल पांच हजार 311 बसों को जब्त कर उन्हें लाने-ले जाने की व्यवस्था की गई है।

कांग्रेस का आरोप है कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में जुटाई जाने वाली भीड़ को विभिन्न पंचायतों, मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाले जन अभियान परिषद व अन्य एजेंसियों के माध्यम से प्रशिक्षण दिए जाने के नाम पर बुलाया जा रहा है, जिन्हें 100 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मानदेय भी दिया जाएगा। यही नहीं, इनके भोजन वगैरह के खर्च का वहन पर्यटन विभाग द्वारा किया जाएगा और अन्य खर्च राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और कृषि मंत्रालय के अधीन कार्यरत एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एजेंसी (आत्मा) कोष से किया जाएगा।

कांग्रेस का आरोप है कि उधर नर्मदा सेवा यात्रा की जा रही है और इधर मुख्यमंत्री के गृह जिले सीहोर और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र बुदनी से सटे हुए इटारसी, इछावर, नसरुल्लागंज, छीपानेर, शाहगंज, बुधनी, होशंगाबाद, आंबाजदीद, मंडी, सातदेव, सीलकंठ, नीलकंठ, बडगांव और डिमावर के तटीय रेत घाटों से प्रतिदिन 800 से 1000 ट्रक-डंपर अवैध रूप से रेत का खनन और परिवहन कर रहे हैं।

विपक्षी पार्टी का कहना है कि इनसे संबद्ध घाटों पर 30 से 50 पोकलीन और जेसीबी मशीनें न केवल चल रही हैं, बल्कि 1200 नावें, 500 से अधिक हाईवा व ट्रक, इससे अधिक ट्रेक्टर-ट्रॉली और लगभग तीन से चार हजार मजदूर इस अवैध कारोबार को अंजाम देते हुए निरंतर दिखाई दे रहे हैं। रेत माफियाओं ने रेत चोरी करने के लिए सीहोर जिले की सीमा जोशीपुर-जर्रापुर की ओर नर्मदा नदी पर 600 मीटर लंबा अस्थायी पुल भी बना दिया है।

कांग्रेस का आरोप है कि बिना नंबर प्लेट, बिना टैक्स, बिना पंजीयन और फिटनेस के चलने वाले ट्रकों-डंपरों, जेसीबी, पोकलेन मशीनों पर ‘चौहान इंटरप्राइज’ व ‘चौहान ब्रदर्स’ लिखा हुआ है। इन वाहनों के मालिक कौन हैं और किसके रिश्तेदार हैं, यह किसी से छुपा नहीं है।

कांग्रेस ने प्रधानमंत्री से नर्मदा में चल रहे अवैध कारोबार की जांच सक्षम एजेंसियों से कराने की मांग की है और अनुरोध किया है कि वे समापन समारोह में आने का विचार त्याग कर अपने उस दावे को पूरा करें, जिसमें उन्होंने कहा था ‘न खाऊंगा और न खाने दूंगा।’

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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