Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

कचरे से बनी एंटीबायोटिक दुनिया को बनाएगी निरोग

Published

on

Loading

बॉन (जर्मनी)। वैज्ञानिकों ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए कचरे से नई एंटीबायोटिक दवा बनाई है। ये दवा बेहद असरकारक है और कई संक्रामक बीमारियों का इलाज में काफी कारगर है।
इस दवा की खोज के लिए शोधकर्ताओं ने सबसे पहले कचरे को इकट्ठा किया। फिर दो इंच लंबी 306 छेद वाली बेहद महीन चिप के हर छेद में मिट्टी के जीवाणु डाले, और चिप को गंदगी से भरे टब में डाल दिया। इन छेदों में बैक्टीरिया पैदा होने लगे, जो एक लंबी प्रक्रिया के बाद कॉलोनियां बसाने लगे और खतरनाक बैक्टीरिया से लड़कर उन्हें मारने लगे। यह एंटीबायोटिक दवा जब बीमार चूहों को दी तो उनके बीमारी वाले बैक्टीरिया तेजी से मरने लगे और चूहे स्वस्थ होने लगे।
बोस्टन और बॉन, जर्मनी के शोधकर्ताओं ने बताया कि यह एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक दवा है जो टीबी, सेप्टीसीमिया, निमोनिया और स्टाफ इंफेक्शन जैसी संक्रामक बीमारियों का आसानी से इलाज कर सकती है। चूहों पर इस दवाई का सफल परीक्षण किया के बाद इसका दुष्प्रभाव भी नहीं नजर आया। इंसानों पर जल्द ही इस दवा का इस्तेमाल किया जाएगा। यह एंटीबायोटिक दवा बैक्टीरिया पर दोगुने ताकत से हमला बोलती है। यही खूबी इसे पुरानी एंटीबायोटिक दवा से अलग और असरदार बनाती है।
जानकारों का कहना है कि यह दवा नई पीढ़ी के एंटीबायोटिक के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगी। अमेरिका में सैन फ्रांसिस्को स्थित एंटी माइक्रोबियल रेसिस्टेंस विद इंफेक्शस डिजीज सोसायटी के निदेशक हैनरी चैंबर्स ने कहा कि अभी तक दुनिया में ऐसी कोई दवा नहीं बनी है, जिसके खिलाफ बैक्टीरिया बाद में प्रतिरोधक क्षमता न विकसित कर लेते हों।

Continue Reading

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान ने IMF के आगे फिर फैलाए हाथ, की नए लोन की डिमांड

Published

on

Loading

इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आईएमएफ के सामने एक बार फिर भीख का कटोरा आगे कर दिया है। पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात कर उनसे नए ऋण कार्यक्रम पर चर्चा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा कि पीएम शहबाज की मुलाकात रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर हुई।

रियाद में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की एक बैठक से इतर शरीफ ने तीन अरब अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त व्यवस्था (एसबीए) हासिल करने में पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक जॉर्जीवा का शुक्रिया अदा किया। पाकिस्तान ने पिछले साल जून में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का आईएमएफ कार्यक्रम हासिल किया था। पाकिस्तान मौजूदा एसबीए के इस महीने समाप्त होने के बाद एक नई दीर्घकालिक विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) की मांग कर रहा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के नुसार, “दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के लिए एक अन्य आईएमएफ कार्यक्रम पर भी चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले वर्ष से हासिल लाभ समेकित हो और आर्थिक वृद्धि सकारात्मक बनी रही।’’ शरीफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने कहा कि इस्लामाबाद जुलाई की शुरुआत तक नए कार्यक्रम पर कर्मचारी स्तर का समझौता हासिल कर सकता है। यदि पाकिस्तान को यह मदद मिल गई तो उसको आईएमएफ की ओर से यह 24वीं सहायता होगी।

Continue Reading

Trending