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बिजनेस

ओला ने राइड शेयरिंग के लिए किया पूर्व सैनिकों से गठजोड़

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नई दिल्ली, 12 अगस्त (आईएएनएस)| इस स्वतंत्रता दिवस पर ओला शेयर के ग्राहकों को ओला सैनिकों के साथ राइड शेयर करने और देश की रक्षा करने वाले इन बहादुर जवानों की वीर गाथाओं को सुनने का अवसर मिलेगा। भारत आजादी के 70 सालों का जश्न मना रहा है। जश्न के इस अवसर पर ट्रांसपोर्टेशन के लिये लोकप्रिय मोबाइल एप ओला ने अपने शेयर ग्राहकों को ओला सैनिकों के साथ राइड करने का अवसर प्रदान किया है।

यह सैनिक दरअसल देश के एक्स-सर्विसमेन (सेना के पूर्व जवान) हैं, जिन्होंने ओला ड्राइवर-पार्टनर्स के रूप में उद्यमशीलता के एक नये मिशन की जिम्मेदारी उठाई है। 14 अगस्त से 16 अगस्त 2017 के बीच ओला शेयर का विकल्प चुनने वाले ग्राहकों को एक्स-सर्विसमेन के साथ सफर करने और राइड के दौरान उनसे बातचीत करने का मौका मिलेगा।

कंपनी ने एक बयान में कहा कि ओला सैनिक्स 26 शहरों में ओला के राइड शेयरिंग ऑफर के साथ यातायात जाम और ट्रैफिक के खिलाफ देश के बड़े एजेंडा को पूरा करने में एक प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं।

ओला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल कौल ने कहा, मैंने देश के कई एक्स-सर्विसमेन यानी कि ओला सैनिकों के साथ खुद बातचीत की है और उनके पास वाकई में बताने के लिये कई प्रेरणादायक कहानियां हैं। देश के प्रति उनकी सेवा के सम्मान में इस पहल को शुरू कर और यातायात जाम व ट्रैफिक के खिलाफ उनके संघर्ष में सहयोग कर हमें बेहद खुशी हो रही है।

उन्होंने बताया, भारत के 70वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हम अपने ग्राहकों को यह अनूठा अनुभव देने पर हम समान रूप से उत्साहित हैं। इस दौरान हमारे ग्राहकों को उन लोगों के बारे में और अधिक जानने का मौका मिलेगा, जो दिन-रात, चैबीसों घंटे हमारे देश की रक्षा करते हैं। साथ ही उन्हें हमारे शहरों में यातायात की समस्या के खिलाफ जंग जारी रखने में प्रेरणा मिलेगी। ओला शेयर के साथ हम यातायात जाम से आजादी प्राप्त करने के लिये प्रयास कर रहे हैं। इससे प्रत्येक भारतीय की जिंदगी और बेहतर बनेगी।

गुरमेल सिंह, एक सेवानिवृत सूबेदार हैं। वह इंडियन पीस कीपिंग फोर्स का हिस्सा थे और 2015 से ओला के साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया, मैंने 30 साल सेना में सेवा दी है और एक गौरवान्वित सेवानिवृत अधिकारी हूं। मेरी और मेरे जैसे कई लोगों की जिंदगी का मिशन है देश की हितों की रक्षा करना। यातयात जाम और गाड़ियों के प्रदूषण की समस्या हमारे कई शहरों की एक बड़ी समस्या हैं। नागरिकों को शेयर्ड मोबिलिटी का इस्तेमाल करने के लिये प्रेरित करने से निश्चित रूप से इस समस्या का समाधान करने में मदद मिलेगी। इस संदेश का माध्यम बनने और इस मिशन में शामिल होने से मुझे अपने देश की निरंतर सेवा करने का अवसर मिला है।

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बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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