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ओडिशा में बाढ़ से पुल बहा, छत्तीसगढ़ में कई रेलगाड़ियां प्रभावित

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जगदलपुर, 17 जुलाई (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त है। वहीं बस्तर सीमा से लगे ओडिशा राज्य में भारी बारिश के चलते रेलमार्ग पर एक पुल बह जाने के कारण कई रेलगाड़ियों का आवागमन रोक दिया गया है। ऐसी स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार ने बस्तर में कार्यरत वायुसेना के हेलीकॉप्टर को बचाव कार्य के लिए रविवार शाम ओडिशा रवाना किया गया। बस्तर संभाग में हो रही वर्षा से इंद्रावती, शबरी, शंकनी-डंकनी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जगदलपुर में इंद्रावती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से तीन मीटर नीचे है।

दक्षिण-पूर्व रेलवे वाल्टेयर रेलमंडल के जनसंपर्क अधिकारी जयराम बिरलंगी ने सोमवार को बताया, ‘ओडिशा में हो रही भारी बारिश के कारण कोरापुट-रायगाड़ा रेल मार्ग पर एक पुल बह गया है। इससे छत्तीसगढ़ आने-जाने वाली दर्जनों रेलगाड़ियां प्रभावित हुई हैं। घटना रविवार सुबह करीब 11 बजे की है। जिस समय रेलवे का पुल टूटा, उस समय वहां से एक मालगाड़ी गुजरने वाली थी, जिसे वहां तैनात गैंगमेन ने एक किलोमीटर दूर जाकर रुकवा दिया। इससे एक बड़ा हादसा टल गया। थिरूवेली स्टेशन के पास स्थित करीब 125 मीटर लंबे रेल पुल (ब्रिज नंबर 588) के दो खंभे बाढ़ से बह गए। पुल के टूटने से टिटलागढ़-रायगढ़ा के बीच आवागमन पूरी तरह ठप है।

उन्होंने कहा, दूसरी लाइन में भी आवागमन रोक दिया गया है और बारिश थमने के बाद पुल की जांच की जाएगी। इसके बाद ही तय किया जाएगा कि ट्रेन चलाई जाए या नहीं। हादसे के बाद तत्काल इस मार्ग से गुजरने वाली 11 ट्रेनें रद्द कर दी गईं, चार रेलगाड़ियों का मार्ग बदल कर चलाया जा रहा है। एक दर्जन से अधिक रेलगाड़ियों की दूरी घटा दी गई है।

जयराम ने कहा, रेल पुल बहने का असर जगदलपुर व कोरापुट आने-जाने वाली यात्री ट्रेनों पर भी पड़ा है। इसके अलावा रायपुर से विशाखापट्टनम की ओर आने-जाने वाली रेलगाड़ी भी प्रभावित हुई है। रेल आवागमन बहाल होने में कई दिन लग सकते हैं। रेल पुल बहने से हावड़ा से जगदलपुर आने वाली 18005 समलेश्वरी एक्सप्रेस सोमवार को टिटलागढ़ से लौटा दी गई।

उन्होंने कहा कि इसी तरह जगदलपुर से हावड़ा जाने वाली 18006 समलेश्वरी एक्सप्रेस को रायगढ़ा में रद्द कर वापस जगदलपुर रवाना करना पड़ा। दुर्ग-जगदलपुर एक्सप्रेस, कोरापुट-राउरकेला एक्सप्रेस, कोरापुट-संबलपुर एक्सप्रेस को आगामी आदेश तक के लिए रद्द कर दिया गया है।

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जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

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नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

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