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बिजनेस

‘ऑनलाइन गेमिंग उद्योग 2021 तक 1 अरब डॉलर का होगा’

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नई दिल्ली, 21 दिसम्बर (आईएएनएस)| भारत का ऑनलाइन गेमिंग उद्योग जो 2016 में 29 करोड़ डॉलर का है वह 2021 तक 1 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा और इसमें 19 करोड़ गेमर्स शामिल हो जाएंगे।

ताज रम्मी के संस्थापक और आईएएमएआई गेमिंग कमेटी के अध्यक्ष परीक्षित मेड्डीशेट्टी ने गुड़गांव में इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया और ताज रम्मी गेमिंग समिट ‘गाटो 2017’ सम्मेलन के दौरान यह बातें कही।

मेड्डीशेट्टी ने कहा, इतने बड़े गेमिंग प्लेटफॉर्म के साथ जुड़ना अपने आप में गर्व की बात है। यह आईएएमएआई द्वारा आयोजित अनूठी पहल है। ग्रिड लॉजिक/ ताज रम्मी में हमें खुशी है कि हम इस कार्यक्रम ‘गाटो’ को अपना समर्थन प्रदान कर रहे हैं।

‘गाटो 2017’ सम्मेलन के दौरान कई नए खेलों, गहन सत्रों तथा आधुनिक तकनीकों ने प्रतिभागियों का ध्यान आकर्षित किया और इसमें तकरीबन 400 से अधिक गेमिंग प्रेमियों, गेमिंग कंपनियों, पेमेंट एग्रीगेटर्स एवं गेमिंग समुदाय से जुड़े दिग्गजों ने हिस्सा लिया।

मेड्डीशेट्टी ने कहा कि भारत में गेमिंग के प्रशंसक बहुत बड़ी संख्या में हैं। भारत का ऑनलाइन गेमिंग उद्योग जो 2016 में 29 करोड़ डॉलर का है वह 2021 तक 1 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा और इसमें 19 करोड़ गेमर्स शामिल हो जाएंगे। ग्रामीण एवं शहरी इलाकों में कम लागत के स्मार्टफोन्स की बढ़ती पहुंच गेमिंग उद्योग के विकास में विशेष रूप से योगदान दे रही है। इस उद्योग से होने वाली कमाई का आकलन इन-ऐप परचेज, पे पर डाउनलोड, सब्सक्रिप्शन सर्विस तथा इन-एप एडवरटाइजमेंट के द्वारा किया जाता है।

भारत का गेमिंग उद्योग 2016 में 54.30 करोड़ डॉलर का था, अगले पांच सालों में इसके 6.61 फीसदी सीएजीआर (चक्रवृद्धि सालाना दर) से बढ़ने का अनुमान है। भारत वर्तमान में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टेलीकॉम बाजार है और इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले उपयोगकर्ताओं की संख्या के आधार पर दुनिया में तीसरे स्थान पर है। 2018 तक इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या 50 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। देश का गेमिंग उद्योग 2022 तक 80.1 करोड़ डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।

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Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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