Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

एनएमसी विधेयक के खिलाफ डाक्टर सोमवार को रखेंगे 2 घंटे हड़ताल

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 1 अप्रैल (आईएएनएस)| देश भर के चिकित्सक राष्ट्रीय मेडिकल आयोग विधेयक-2017 के विरोध में सोमवार को दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक सांकेतिक हड़ताल करेंगे।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने रविवार को यह जानकारी दी।

आईएमए के महासचिव डॉ. आर. एन. टंडन ने कहा, यह विधेयक हमारे ऊपर थोपा जा रहा है। मेडिकल बिरादरी के लोग अपनी सेवाएं वापस लेकर एलापैथी मुक्त भारत रखेंगे।

आईएमए ने एक विज्ञप्ति में कहा, इस विधेयक पर उसे सख्त एतराज है। एसोसिएशन ने विधेयक में कई खामियां बताईं। हालांकि सरकार ने कुछ मुद्दों का आंशिक कर दिया है मगर प्रमुख आपत्तियां अभी भी हैं।

आईएमए को उस तंत्र को लेकर विरोध है जिसमें आयुष डॉक्टर एलोपैथिक दवा भी लिख सकते हैं। एसोसिएशन ने कहा कि ब्रिज कोर्स को अनिवार्य किए बगैर और इसे तय करने का दायित्व राज्यों पर छोड़कर केंद्र सरकार ने पहले ही पिछले दरवाजे से कथित तौर पर प्रवेश को संभव बना दिया है।

आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रवि वानखेड़कर ने कहा, सबसे बड़ी चिंता का मसला निजी प्रबंधनों पर छोड़ दी गई मेडिकल सीट का प्रतिशत है। एक तरफ सरकार ग्रामीण क्षेत्र के चिकित्सकों की बात करती है तो दूसरी ओर शहरी क्षेत्र धनी लोगों के लिए अधिक कोटा प्रदान करती है। इस विधेयक से योग्य छात्र मेडिकल शिक्षा से पूरी तरह वंचित हो जाएंगे।

उन्होंने कहा कि निम्न सामाजिक आर्थिक वर्ग के लोगों का ही इससे नुकसान होगा। एनएमसी में गरीब विरोधी और अमीर समर्थक झुकाव को संशोधित करना होगा।

रवि वानखेडकर ने कहा कि आईएमए इस एनएमसी विधेयक 2017 का विरोध करती है जो आम जनता, समान स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था और सभी के लिए किफायती मेडिकल शिक्षा के सिद्धांत के खिलाफ है। सरकार ने यदि इस विधेयक को लागू करने के लिए बाध्य किया तो समस्त चिकित्सा जगत अपनी सेवाएं त्यागकर ‘एलोपैथी मुक्त भारत’ मनाएगा।

आईएमए पिछले दो वर्षो से अधिक समय से भारत सरकार को इन चिंताओं से अवगत कराती आ रही है। पुरजोर विरोध के बावजूद सरकार हमारी दिक्कतों और जरूरतों की लगातार अनदेखी कर रही है।

Continue Reading

नेशनल

भाजपा का परिवार आरक्षण ख़त्म करना चाहता है: अखिलेश यादव

Published

on

Loading

एटा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एटा में सपा प्रत्याशी देवेश शाक्य के समर्थन में संविधान बचाओ रैली को संबोधित किया। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान बचेगा तो लोकतंत्र बचेगा और लोकतंत्र बचेगा तो वोट देने का अधिकार बचेगा। अखिलेश यादव ने दावा किया कि ये अग्निवीर व्यवस्था जो लेकर आए हैं इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी तो अग्निवीर व्यवस्था समाप्त कर पहले वाली व्यवस्था लागू करेंगे।

उन्होंने आरक्षण मामले पर आरएसएस पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के साथ एक सबसे खतरनाक परिवार है, जो आरक्षण खत्म करना चाहता है। अब उन्हें वोट चाहिए तो वह कह रहे हैं कि आरक्षण खत्म नहीं होगा।

उन्होंने आगे कहा कि मैं पूछना चाहता हूं अगर सरकार की बड़ी कंपनियां बिक जाएंगी तो क्या उनमें आरक्षण होगा? उनके पास जवाब नहीं है कि नौकरी क्यों नहीं दे रहे हैं? लोकसभा चुनाव संविधान मंथन का चुनाव है। एक तरफ वो लोग हैं जो संविधान को हटाना चाहते हैं। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन और समाजवादी लोग हैं जो संविधान को बचाना चाहते हैं। यह चुनाव आने वाली पीढ़ी के भविष्य का फैसला करेगा। वो लोग संविधान के भक्षक हैं और हम लोग रक्षक हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि एटा के लोगों को भाजपा ने बहुत धोखा दिया है। इनका हर वादा झूठा निकला। दस साल में एक लाख किसानों ने आत्महत्या की है। उनकी आय दोगुनी नहीं हुई। नौजवानों का भविष्य खत्म कर दिया गया है। हर परीक्षा का पेपर लीक हो रहा है।

Continue Reading

Trending