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उप्र के मुख्यमंत्री योगी अनुभवहीन : रामगोपाल

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इटावा, 1 जून (आईएएनएस/आईपीएन)। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने प्रदेश में बढ़ती हिंसा के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अनुभवहीन बताया। वहीं शिवपाल यादव के नए मोर्चे के ऐलान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘पार्टी बनाना आसान नहीं है। शिवपाल हवा में हैं।’

गुरुवार को सपा की जिला कार्यसमिति की बैठक के बाद पत्रकार वार्ता में प्रदेश में बढ़ती हिंसा और आपराधिक घटनाओं पर प्रो. रामगोपाल ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री योगी अनुभवहीन हैं, उन्हें नहीं पता कि इतने बड़े राज्य को कैसे चलाया जाए। जबसे वह मुख्यमंत्री बने हैं, तब से प्रदेश में अपराधों की बाढ़ आ गई है।

वहीं शिवपाल यादव के नया मोर्चा बनाने के सवाल पर रामगोपाल ने कहा, शिवपाल हवा में हैं। नई पार्टी या मोर्चा बनाना आसान नहीं है। सपा के बराबर कोई संगठन नहीं चल सकता। सपा के 98 फीसद कार्यकर्ता अखिलेश यादव के साथ हैं।

उन्होंने कहा कि नेता जी मुलायम सिंह यादव का सभी सपा समर्थक और परिवार के लोग सम्मान करते हैं।

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नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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