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ईवीएम पर बवंडर: कोई भी बटन दबाने पर निकली बीजेपी की पर्ची, कांग्रेस-आप की EC से शिकायत

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नई दिल्ली/भोपाल। मध्य प्रदेश के भिंड जिले में इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी केंद्रीय चुनाव आयोग पहुंची। पार्टियों ने उस घटना का जिक्र किया, जिसके तहत एक ईवीएम को मीडिया के सामने प्रदर्शित किया गया। उस मशीन में बटन चाहे कोई भी दबाइए, प्रिंटेट स्लिप भाजपा का ही निकलता था। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ अकेली घटना नहीं है। शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। खबरों के मुताबिक चुनाव आयोग ने भिंड के कलेक्टर, एसपी सहित 19 अधिकारियों का ट्रांस्फर भी कर दिया है।

दरअसल मामला मध्यप्रदेश के भिंड का है। अटेर विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर वीवीपीएटी वाली वोटिंग मशीन का ट्रायल हो रहा था। वीवीपीएटी वाली मशीन में वोट डालते हुए एक पर्ची निकलती है जिससे पता चलता है कि आपने किस पार्टी को वोट दिया है। डेमो के दौरान दो अलग-अलग बटन दबाए गए लेकिन दोनों ही बार कमल के फूल की पर्ची ही निकली। जब वहां मौजूद मीडिया ने इस पर सवाल उठाया तो मध्य प्रदेश की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सलीना सिंह ने गलती मानने की बजाय मीडिया को ही थाने में बिठाने की मजाक वाले अंदाज में धमकी दे डाली।

वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की। मुलाकात के बाद दिग्विजय ने कहा कि चुनाव आयोग से पूरी मामले की जांच करने और मतपत्रों के जरिए मतदान कराने की मांग गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को निर्वाचन आयोग से यह सुनिश्चित करने के लिए खराब ईवीएम के जांच करने की मांग की कि कहीं हाल के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को लाभ पहुंचाने के लिए इनके साथ छेड़छाड़ तो नहीं की गई थी। आप ने यह मांग भी की कि देश में सभी चुनावों के लिए वोटों के पेपर ट्रेल फिर से लागू किए जाएं।

केजरीवाल ने कहा, “मैं बार-बार कह रहा हूं कि इन मशीनों के साथ व्यापक स्तर पर छेड़छाड़ की जा रही है। इसी तरह की मशीनें असम और दिल्ली छावनी में भी सामने आईं, जहां आप चाहे वोट जिस भी पार्टी को दें, वह भाजपा को ही जाता है।”

केजरीवाल ने सवाल किया कि आखिर ऐसा क्यों है कि सारी खराब मशीनें सिर्फ भाजपा का ही पक्ष लेती हैं, अन्य राजनीतिक पार्टियों का नहीं? उन्होंने कहा, “इसका अर्थ यह है कि इन मशीनों के साथ छेड़छाड़ किया जा रहा है और उनके सॉफ्टेवेयर बदल दिए गए हैं।”

केजरीवाल ने कहा कि निर्वाचन आयोग कहता है कि ईवीएम के चिप्स लिखे नहीं जा सकते, लेकिन स्पष्ट तौर पर मामला ऐसा नहीं लगता। आप नेता ने कहा कि चुनाव से पूर्व निर्वाचन आयोग 20-25 मशीनों का प्रदर्शन कर के देखता है और यदि मशीनें खराब पाई जाती हैं, तो उन्हें बदल दिया जाता है, लेकिन इसके लिए कभी किसी जांच का आदेश नहीं दिया गया।

उन्होंने कहा, “दिल्ली नगर निगम चुनाव में 12,000 मशीनों का इस्तेमाल होना है। सभी मशीनों की जांच नहीं की जा सकती। यदि एक मशीन खराब पाई जाती है तो अन्य पर भी सवाल उठते हैं।” आप नेता ने कहा कि मध्य प्रदेश में शुक्रवार की घटना से बड़ा सवाल उठता है कि क्या भारत में चुनाव निष्पक्ष तरीके से हो रहे हैं। उन्होंने सवाल किया, “ये सवाल उठते हैं कि क्या मतदाता अपने वोट दे रहे हैं या फिर ये काम मशीनें कर रही हैं।”

केजरीवाल ने कहा कि जिन तीन मामलों में मशीनें खराब पाई गई, निर्वाचन आयोग ने जांच के आदेश नहीं दिए। मुख्यमंत्री ने कहा, “मैंने मांग की है कि सभी तीनों घटनाओं की एक तकनीकी जांच कराई जाए, ताकि यह पता लगाया जा सके कि मशीनों के साथ कहीं छेड़छाड़ तो नहीं की गई, और यदि ऐसा किया गया तो इसके लिए जिम्मेदार कौन है। अन्यथा यह कोई मायने नहीं रखेगा कि लोग वोट किसे देते हैं, ईवीएम के कीचड़ से कमल ही खिलेगा।” दिल्ली नगर निगम के चुनाव 23 अप्रैल को होने हैं और परिणाम 26 अप्रैल को घोषित किए जाएंगे।

नेशनल

भाजपा का परिवार आरक्षण ख़त्म करना चाहता है: अखिलेश यादव

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एटा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एटा में सपा प्रत्याशी देवेश शाक्य के समर्थन में संविधान बचाओ रैली को संबोधित किया। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान बचेगा तो लोकतंत्र बचेगा और लोकतंत्र बचेगा तो वोट देने का अधिकार बचेगा। अखिलेश यादव ने दावा किया कि ये अग्निवीर व्यवस्था जो लेकर आए हैं इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी तो अग्निवीर व्यवस्था समाप्त कर पहले वाली व्यवस्था लागू करेंगे।

उन्होंने आरक्षण मामले पर आरएसएस पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के साथ एक सबसे खतरनाक परिवार है, जो आरक्षण खत्म करना चाहता है। अब उन्हें वोट चाहिए तो वह कह रहे हैं कि आरक्षण खत्म नहीं होगा।

उन्होंने आगे कहा कि मैं पूछना चाहता हूं अगर सरकार की बड़ी कंपनियां बिक जाएंगी तो क्या उनमें आरक्षण होगा? उनके पास जवाब नहीं है कि नौकरी क्यों नहीं दे रहे हैं? लोकसभा चुनाव संविधान मंथन का चुनाव है। एक तरफ वो लोग हैं जो संविधान को हटाना चाहते हैं। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन और समाजवादी लोग हैं जो संविधान को बचाना चाहते हैं। यह चुनाव आने वाली पीढ़ी के भविष्य का फैसला करेगा। वो लोग संविधान के भक्षक हैं और हम लोग रक्षक हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि एटा के लोगों को भाजपा ने बहुत धोखा दिया है। इनका हर वादा झूठा निकला। दस साल में एक लाख किसानों ने आत्महत्या की है। उनकी आय दोगुनी नहीं हुई। नौजवानों का भविष्य खत्म कर दिया गया है। हर परीक्षा का पेपर लीक हो रहा है।

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