नेशनल
आईडब्ल्यूपीसी ने पत्रकारों पर हमले की निंदा की
![](https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2015/10/dadri-Case1.jpg)
नई दिल्ली। द इंडियन वीमेन प्रेस कार्प्स (आईडब्ल्यूपीसी) ने देश की राजधानी के पास उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के एक गांव में पत्रकारों पर हुए हमले की रविवार को निंदा की। इस गांव में एक आदमी को लोगों ने गोमांस खाने की अफवाह के बाद पीट-पीटकर मार डाला था।
आईडब्ल्यूपीसी ने कहा है कि वह महिला पत्रकारों समेत कई पत्रकारों को धमकाने, उनका पीछा करने और उन पर हमला करने की निंदा करता है। ये पत्रकार गांव में एक समुदाय के व्यक्ति की हत्या की घटना को कवर करने गए थे। कार्प्स ने बयान में कहा है, “गांव की महिलाओं को पत्रकारों पर हमला करने के लिए उकसाया गया, जो वहां सिर्फ अपना काम करने गए थे।”
बयान में कहा गया है, “यह हमला इसलिए और भी अधिक निंदनीय है कि यह उस जगह हुआ, जहां एक आदमी को बर्बर तरीके से मार डाला गया था और जो जगह देश की राजधानी से महज कुछ ही किलोमीटर दूर है।” 28 सितंबर की रात को इस गांव में भीड़ ने गोमांस खाने की अफवाह पर मोहम्मद अखलाक नाम के व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डाला था। इस परिवार का कहना है कि उसने मांस खाया था, गोमांस नहीं।
नेशनल
राहुल गांधी ने फिर उठाए ईवीएम पर सवाल, कहा- ये एक ब्लैक बाॅक्स है, किसी को इसकी जांच की इजाजत नहीं
![](https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2024/05/idkcm7i_rahul-gandhi-ndtv-_625x300_29_April_24.webp)
नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों के दौरान विपक्ष ने ईवीएम का मुद्दा जमकर उठाया था। हालांकि चुनावी नतीजे आने के बाद ये मुद्दा गायब सा हो गया था। अब एक बार फिर राहुल गाँधी ने ईवीएम का मुद्दा उठाया है। राहुल गांधी ने बिजनेसमैन एलन मस्क की पोस्ट को रिट्वीट करते हुए लिखा कि भारत में ईवीएम एक ब्लैक बाॅक्स है और किसी को इसकी जांच की इजाजत नहीं है। हमारी चुनावी प्रकिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं। जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है।
राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव से जुड़ी एक घटना का जिक्र किया है। राहुल ने इससे जुड़ी खबर को शेयर किया है। इस मामले में ईवीएम को लेकर सवाल उठाए गए हैं। मुंबई पुलिस ने शिवसेना शिंदे गुट के सांसद रविंद्र वायकर के साले मंगेश पांडिलकर के खिलाफ केस दर्ज किया है। मंगेश पांडिलकर पर यह आरोप है कि उसने मुंबई के गोरेगांव चुनाव केंद्र के अंदर पाबंदी के बावजूद मोबाइल का इस्तेमाल किया था।
मुंबई पुलिस ने पांडिलकर को मोबाइल देने के आरोप में चुनाव आयोग के एक कर्मचारी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। दरअसल, इस मामले में मुंबई की नॉर्थ पश्चिम सीट से चुनाव लड़नेवाले कई उम्मीदवारों की तरफ से भी शिकायतें मिली थीं। जिसके बाद मामला दर्ज किया गया। बता दें कि शिवसेना शिंदे के उम्मीदवार रविंद्र वायकर दोबारा काउंटिंग होने के बाद केवल 48 वोटों से चुनाव जीतने में सफल रहे थे। इस पर काफी विवाद भी हुआ था।
-
ऑफ़बीट1 day ago
गर्मी की वजह से स्किन एलर्जी, दाने और रैशेज हैं तो इन तरीकों से मिल सकती है निजात
-
नेशनल2 days ago
RSS नेता इंद्रेश कुमार का बीजेपी पर निशाना, कहा- अहंकार किसी का नहीं टिका, फिर किसी राजनीतिक दल की क्या बिसात
-
नेशनल1 day ago
सुनीता केजरीवाल को दिल्ली हाईकोर्ट का नोटिस, अदालत की सुनवाई वाली प्रक्रिया का वीडियो बनाकर किया था सार्वजनिक
-
मनोरंजन2 days ago
इस साल दिवाली पर सिनेमाघरों में दस्तक देगी ‘सिंघम अगेन’, कार्तिक आर्यन की ‘भूल भुलैया 3’ से होगा क्लैश
-
नेशनल1 day ago
सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी, छत्तीसगढ़ में मुठभेड़ में आठ नक्सलियों को किया ढेर
-
ऑफ़बीट2 days ago
आइसक्रीम में थी कटी हुई इंसानी उंगली, डॉक्टर ने नट्स समझकर चखा, फिर निकल गई चीख
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
अवैध नशे के खिलाफ जारी है योगी सरकार का एक्शन, एक सप्ताह में हजारों लीटर अवैध शराब जब्त और नष्ट
-
प्रादेशिक2 days ago
यूपी: नदियों, झीलों, अमृत सरोवरों के साथ ही पर्यटन और ऐतिहासिक महत्व वाले स्थलों पर मनाया जाएगा योग दिवस