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अन्तर्राष्ट्रीय

आईएस में भर्ती के खिलाफ तुर्की, अमेरिका समझौता करेंगे

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अंकारा | तुर्की और अमेरिका इस्लामिक स्टेट (आईएस) में भर्ती होने वालों और संदिग्ध विदेशी लड़ाकों के बारे में व्यवस्थित जानकारी साझा करने में समन्वय के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर करने की योजना बना रहे हैं। दैनिक समाचार पत्र ‘हुर्रियत’ की रपट के मुताबिक, तुर्की में अमेरिकी राजदूत जॉन बास ने कहा, “हम अब तुर्की सरकार के साथ इस पर काम कर रहे हैं कि किस तरह हम चरमंथियों और चरमपंथी बनने जा रहे संदिग्धों के बारे में सूचनाओं के आदान-प्रदान को और बेहतर बना सकते हैं।”

राजदूत ने बताया कि हम ऐसा तंत्र बनाएंगे, जिसमें आईएस गठबंधन के सदस्य होंगे जो संदिग्ध विदेशी लड़ाकों के बारे में तेजी से जानकारी साझा करेंगे, ताकि उन्हें सीरिया और इराक में जाने से रोका जा सके। राजदूत ने कहा, “हम वास्तव में इस बात पर ध्यान दे रहे हैं कि हम अपनी सरकार और गठबंधन के अन्य सदस्यों के बीच समन्वय में सुधार कैसे कर सकते हैं।” तुर्की और अमेरिका आईएस को सीरिया और इराक में हराने के प्रयासों के तहत सहयोग बढ़ा रहे हैं। दोनों देशों के बीच फरवरी में एक समझौता हुआ था, जिसके तहत सीरियाई विद्रोहियों को तुर्की के मध्य एनातोलिया किरशेहिर प्रांत के रिफेनली में सैन्य अड्डे पर प्रशिक्षित किया जाना था।

तुर्की ने विदेशी लड़ाकों को तुर्की के रास्ते सीरिया जाने से रोकने के लिए सुरक्षा कड़ी की थी, जबकि पश्चिमी देशों का कहना है कि अंकारा ने सीरिया में आईएस में भर्ती होने जा रहे लड़ाकों को सीमा पार करने से रोकने में अपनी ओर से बेहतर प्रयास नहीं किए। अप्रैल में तुर्की के इस्तांबुल शहर में हुई एक बैठक में गठबंधन बलों ने सीरिया और इराक में आईएस के खिलाफ एक समूह ‘फाउंडेशन ऑफ द काउंटर-आईएसआईएल फॉरेन टेररिस्ट फाइटर्स वर्किं ग ग्रुप’ का गठन किया था।

अन्तर्राष्ट्रीय

जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत

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नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।

इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।

उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।

डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

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