Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

आईएस ने जारी किया 1700 सैनिकों के कत्लेआम का वीडियो

Published

on

ISIs-1700-murder

Loading

दुबई। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने अपने द्वारा किए गए सामूहिक कत्लेआम का एक नया वीडियो जारी किया है। इराक के तिकरित शहर में 1700 इराकी सैनिकों की हत्या का ये वीडियो करीब 22 मिनट का है। ये वीडियो पिछले साल जून का है, जिसे अब जारी किया गया है।

हाल ही में इराक की एक अदालत ने जनसंहार में शामिल 24 आतंकियों को मौत की सजा सुनाई थी, जिसके बाद इस वीडियो को जारी किया गया है। वीडियो में दिखाया गया है कि आईएस आतंकियों ने तिकरित के पास स्पेशर सैन्य अड्डे पर हमला बोलकर करीब 17,00 कैडेट्स को कब्जे में ले लिया और इन्हें कई स्थानों पर मार डाला। – वीडियो में आईएस के सैकड़ों आतंकवादी इराकी सैनिकों को ट्रको से उतार कर कतार में लिटाने के बाद गोलियों से भून रहे हैं।

वीडियो में कुछ पीडि़त अपनी जान की भीख मांग रहे हैं और यह तर्क दे रहे हैं कि वे हाल ही में सुरक्षा बलों में शामिल हुए हैं। सैकड़ों लोगों को आतंकियों ने मारकर तिगरिस नदी में फेंक दिया और लोगों के खून से नदी का रंग लाल हो गया है। आतंकियों ने ये सभी हत्याएं रात में की हैं। वीडियो में उत्खनन मशीनों से लाशों का ढेर हटाते हुए दिखाया गया है।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

Continue Reading

Trending