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खेल-कूद

आईएसएल : पहले अंक के लिए आज भिड़ेंगे गोवा और पुणे

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आईएसएलगोवा| फातोर्दा के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में शनिवार को एफसी गोवा और एफसी पुणे सिटी का सामना होगा। हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के तीसरे सत्र में फिलहाल दोनों टीमों की झोली खाली है और इस कारण दोनों का लक्ष्य इस मैच से पूरे तीन अंक हासिल करना होगा। गोवा के कोच जीको को यकीन है कि उनकी टीम यह मैच जीतकर अपना खाता खोलेगी। जीको की टीम को अपने पहले मैच में नॉर्थईस्ट युनाइटेड एफसी के खिलाफ चौंकाने वाली हार मिली थी।

अब जीको की जिम्मेदारी अपनी टीम को जीत के लिए प्रेरित करने की है। जीको की टीम नॉर्थईस्ट के खिलाफ कई मौकों पर काफी अच्छा खेली थी, लेकिन उसमें निरंतरता की कमी दिखी थी। अब जीको को यकीन है कि उनकी टीम निरंतरता के मामले में पुणे से बेहतर साबित होगी। जीको ने कहा, “मेरी समझ से हमने अच्छा खेल दिखाया था। हमने प्रतिस्पर्धा की, लेकिन हम उनसे बेहतर साबित नहीं हो सके थे। यह तो लीग की शुरुआत है। पहले सत्र में भी हमने हार से शुरुआत की थी, लेकिन बाद में हम मजबूत होकर उभरे थे।”

नॉर्थईस्ट के खिलाफ पहला गोल गोलकीपर लक्ष्मीकांत काट्टीमनी की गलती से हुआ था, जबकि दूसरा गोल गोवा की रक्षापंक्ति की काबलियत पर सवाल खड़े करता है। जीको हालांकि इन बातों से बेपरवाह हैं और इसी कारण उन्हें गोलकीपिंग में किसी बदलाव को नकार दिया है। जीको ने कहा, “काट्टीमनी ने हमारे लिए कई मैच खेले हैं और उनके पास काफी अनुभव है। हम साथ-साथ खेल रहे हैं और अगर हम हारते हैं तो हर कोई हारता है। यह किसी एक व्यक्ति की गलती नहीं है।”

यह अब तक साफ नहीं है कि इस मैच के लिए जीको अपने फॉरमेशन में बदलाव करेंगे या नहीं। साथ ही यह भी तय नहीं है कि वह किसी नए खिलाड़ी को मौका देंगे या नहीं। ऐसे में जबकि कई खिलाड़ी चोट से उबर रहे हैं, जीको के पास बदलाव के अवसर नहीं हैं। ग्रेगरी अर्नोलिन, लूसियानो सोबरोसा, रोबिन सिंह, डेंजिल फ्रांको और सुभाशीष राय चौधरी अभी चोट से उबर रहे हैं और अगले मैच में टीम को अपनी सेवाएं नहीं दे सकेंगे।

दूसरी ओर, एफसी पुणे सिटी के सहायक कोच मिग्वेल इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि उनकी टीम अपना खाता खोलने में सफल रहेगी।
मिग्वेल ने कहा, “आप जानते हैं कि अधिकांश खिलाड़ी नए हैं। लगातार जीतने वाली टीम बनाना आसान नहीं होता। हमें अभी कुछ और मैच खेलने होंगे और फिर आप हमारे खेल में सुधार देखेंगे।”

मिग्वेल, मुख्य कोच एंटोनियो हाबास की गैरमौजूदगी में सभी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। हाबास तीन मैचों के लिए निलम्बित हैं। वह मैच के दौरान डग आउट में नहीं बैठ सकते। एफसी पुणे सिटी को सीजन की शुरुआत से पहले ही झटका लगा था। उसके मर्की और स्टार खिलाड़ी इदुर गुडजानसन सत्र शुरू होने से पहले ही चोटिल होकर लीग से बाहर हो गए। लीवरपूल के पूर्व मिडफील्डर मोहम्मद सिसोको ने उनका स्थान लिया है और अब वह चयन के लिए उपलब्ध हैं।

मिग्वेल ने कहा, “गुडजानसन की चोट ने हमारी तैयारियों पर असर डाला है। वह बड़े खिलाड़ी हैं और अब हमारे साथ नए मर्की खिलाड़ी जुड़े हैं। वह अपना काम कर रहे हैं। वह हमारे लिए अगले मैच में खेलेंगे और संतुलन बनाने का प्रयास करेंगे।” पुणे सिटी को अपने पहले मैच में मुंबई सिटी एफसी के खिलाफ अपने ही घर में हार मिली थी।

खेल-कूद

NADA ने रेसलर बजरंग पुनिया को अनिश्चित काल के लिए किया निलंबित, ये है वजह

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नई दिल्ली। राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने पहलवान बजरंग पुनिया को अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिया। इस कार्रवाई से बजरंग के पेरिस ओलंपिक में खेलने के सपने पर संकट के बादल छाए हैं। जानकारी के अनुसार बजरंग पुनिया 10 मार्च को सोनीपत में हुए चयन ट्रायल के लिए अपना सैंपल देने में विफल रहे, जिसके बाद नाडा ने उन्हें भविष्य के किसी भी कार्यक्रम में भाग लेने से निलंबित करने का आदेश जारी किया।

भाजपा के पूर्व सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वालों में पुनिया, ओलंपियन साक्षी मलिक और विनेश सहित अन्य शीर्ष पहलवानों की कतार में सबसे आगे थे। निलंबन के बाद टोक्यो ओलंपिक में देश को कांस्य पदक दिलाने वाले पुनिया को इस महीने के अंत में होने वाले चयन ट्रायल में भाग लेने से रोक दिए जाने की संभावना है। 65 किग्रा वर्ग में अभी तक किसी भी भारतीय ने ओलंपिक कोटा नहीं जीता है।

निलंबन पत्र वर्ल्ड यूनाइटेड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) द्वारा मान्यता प्राप्त भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) की भंग हो चुकी तदर्थ समिति को भेजा गया था। वहीं, बजरंग ने कुछ महीने पहले एक वीडियो जारी कर डोप कलेक्शन किट के एक्पायर होने का आरोप लगाया था। उन्होंने डोप नियंत्रण अधिकारी के निर्देश की अवहेलना की और दावा किया कि नाडा अधिकारियों ने अभी तक उनकी चिंताओं का समाधान नहीं किया है।

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