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असम बाढ़ में मृतकों की संख्या 65 हुई

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गुवाहाटी, 17 जुलाई (आईएएनएस)| असम में आई भयानक बाढ़ में मृतकों की संख्या बढ़कर सोमवार को 65 हो गई। राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने उपायुक्तों को निर्देश दिया कि प्रभावित परिवारों को अविलंब राहत सामग्री मुहैया कराई जाए।

असम सचिवालय में हालात की समीक्षा करने के दौरान सोनोवाल ने कहा, जो लोग राहत शिविरों में नहीं हैं, लेकिन बाढ़ से प्रभावित हैं, उन्हें भी राहत सामग्री जरूर दी जाए।

उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए मकानों व घरों की मरम्मत व पुननिर्माण कराने के लिए कदम उठाने के निर्देश दिए।

असम के राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार, बाढ़ से सोमवार तक 17 जिलों के कुल 764,000 लोग प्रभावित थे। मृतकों की संख्या 65 हो गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा, पीडब्ल्यूडी विभाग की मदद से बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों व पुलों की मरम्मत की जानी चाहिए, ताकि जल्द से जल्द संचार सुविधाएं बहाल की जा सकें।

उन्होंने कहा, बाढ़ से प्रभावित इलाकों में जिला कृषि अधिकारियों के साथ समन्वय कर किसानों को अच्छे बीज मुहैया कराए जाने चाहिए।

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नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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