Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

अब ऑनलाइन खरीदें गोबर के उपले

Published

on

Loading

नई दिल्ली| इस त्योहारी सीजन अब सिर्फ पटाखे और कपड़े ही नहीं, बल्कि गोबर के उपलों को भी ऑनलाइन खरीदा जा सकेगा। बिग बास्केट, शॉपक्लयूज, अमेजॉन और होमशॉप 18 जैसी ई-वाणिज्य कंपनियां ने इस साल पूजा सामग्री (कपूर, अगरबत्ती आदि) ऑनलाइन पेश की है, जिसमें गोबर के उपले भी शामिल हैं। इसका उपयोग दिवाली के आसपास चुनिंदा हिंदू रीति-रिवाजों और हवन में किया जाता है।

शॉपक्लयूज के सह संस्थापक राधिका अग्रवाल ने आईएनएस को बताया, “हमने त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए यह सुनिश्चित किया है कि हमारे उपभोक्ताओं को शॉपक्लयूज में बेहतरीन भारतीय उत्पाद प्राप्त हो, विशेष रूप से पूजा और नवरात्रि के आसपास।”

उन्होंने कहा, “इस त्योहारी सीजन गोबर के उपलों के दाम लगभग दोगुने हो गए हैं।”

कुछ कंपनियां 24 गोबर के उपलों के पैकेज बेच रही हैं, जबकि अन्य कंपनियों का चार से 11 उपलों का पैकेज बाजार में है। गोबर के चार उपलों की कीमत लगभग 40 रुपये है लेकिन भारी छूट के साथ 24 उपलों को 150 रुपये में खरीदा जा सकता है।

शहरी इलाकों में गोबर के उपले आसानी से उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन ई-वाणिज्य की मदद से यह अब सिर्फ एक क्लिक दूर है।

ऑनलाइन बिक्री पर प्रतिक्रिया देते हुए अग्रवाल ने कहा, “हमें बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है, विशेष रूप से मेट्रो शहरों में, क्योंकि इन स्थआनों पर इस तरह के उत्पाद आसानी से उपलब्ध नहीं होते। इस दौरान हमारे उत्पादों का पोर्टफोलियो बढ़कर तिगुना हो गया है।”

इसके अलावा ‘वेदिक वाणी’, ‘ईपूजा स्टोर, ‘पूजा सामग्री’ और ‘व्हेयरमाईपंडित’ जैसी साइट भी हैं, जो उपभोक्ताओं को इस तरह के उत्पाद उपलब्ध कराती हैं।

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

Published

on

Loading

नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

Continue Reading

Trending