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नमन वर्मा को इंसाफ दिलाने के लिए निकाला कैंडिल मार्च

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सोशल मीडिया, नमन वर्मा को इंसाफ, फेसबुक, लखनऊ, ‘जस्टिस फॉर नमन वर्मा’, कैंडिल मार्च

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नमन वर्मा को इंसाफ दो
लखनऊ। लग रहा था कि पूरा लखनऊ उसके लिए इंसाफ मांगने को आज सड़कों पर उतर आया था। सभी आंखें नम थीं, दिल में आक्रोश और जुबान पर केवल एक ही आवाज ‘नमन वर्मा को इंसाफ दो’ ‘नमन वर्मा के हत्‍यारों को गिरफ्तार करो’। हरदिल अजीज, खुशमिजाज, जिंदगी को हर पल जीने वाला राजधानी निवासी नमन वर्मा अब भले ही हमारे बीच नहीं है लेकिन उसकी हत्‍या परिजनों सहित आम लोगों को भी भीतर तक झंझोड़ गई। सभी एक ही सवाल पूछ रहे हैं कि सभी के साथ सौम्‍य तरीके से मिलने वाले विनम्र नमन वर्मा की किस दरिंदे ने और क्‍यों हत्‍या कर दी।
नमन को इंसाफ दिलाने आज उसके माता-पिता, परिजनों व मित्रों सहित आम लोग भी राजधानी लखनऊ की सड़क पर उतरे। हजरतगंज के सरोजनी पार्क से जब नमन को इंसाफ की मांग करने के लिए उसके परिजन कैंडिल जलाकर निकले तो जिसने भी देखा वह साथ हो लिया। पार्क से जीपीओ तक का यह सफर मानो हर किसी के अपने की याद करने वाला सफर हो गया। IMG-20151124-WA0011

‘नमन वर्मा को इंसाफ दो’ ‘नमन वर्मा के हत्‍यारों को गिरफ्तार करो’ और वी वांट जस्टिस के गगनभेदी नारे राजधानी पुलिस व प्रशासन के कानों तक पहुंचे यह तो पता नहीं लेकिन इतना जरूर पता चल गया कि इंसाफ की लड़ाई में आज कोई अकेला नहीं है। गौरतलब है कि 18 नवंबर की रात होटल रेनेसां में असिसटेंट मैनेजर के पद पर कार्यरत 24 वर्षीय नमन वर्मा की अज्ञात हत्‍यारों ने गोमतीनगर क्षेत्र में गोली मारकर हत्‍या कर दी थी। विभूतिखंड पुलिस पहले तो नमन की हत्‍या को एक्‍सीडेंट बताकर पल्‍ला झाड़ने का प्रयास करती रही लेकिन जब पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट में दो गोली लगने की बात सामने आई तब पुलिस ने हत्‍या का मामला दर्ज किया लेकिन आठ दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक राजधानी पुलिस ने मामले में कोई उल्‍लेखनीय प्रगति नहीं दर्ज की।

पुलिस के उदासीन रवैये से खिन्‍न होकर नमन के परिजनों व मित्रों ने सोशल मीडिया फेसबुक पर ‘जस्टिस फार नमन वर्मा’ नाम से पेज बनाकर उसे इंसाफ दिलाने की मुहिम छेड़ी। उसी क्रम में आज बड़ी संख्‍या में नमन के परिजनों व मित्रों ने उसे इंसाफ दिलाने के लिए कैंडिल मार्च निकाला। यह मार्च हजरतगंत के सरोजनी नायडू पार्क से जीपीओ तक गया जिसमें आम इंसान ने भी शिरकत की।

नेशनल

राहुल गांधी ने फिर उठाए ईवीएम पर सवाल, कहा- ये एक ब्लैक बाॅक्स है, किसी को इसकी जांच की इजाजत नहीं

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नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों के दौरान विपक्ष ने ईवीएम का मुद्दा जमकर उठाया था। हालांकि चुनावी नतीजे आने के बाद ये मुद्दा गायब सा हो गया था। अब एक बार फिर राहुल गाँधी ने ईवीएम का मुद्दा उठाया है। राहुल गांधी ने बिजनेसमैन एलन मस्क की पोस्ट को रिट्वीट करते हुए लिखा कि भारत में ईवीएम एक ब्लैक बाॅक्स है और किसी को इसकी जांच की इजाजत नहीं है। हमारी चुनावी प्रकिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं। जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है।

राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव से जुड़ी एक घटना का जिक्र किया है। राहुल ने इससे जुड़ी खबर को शेयर किया है। इस मामले में ईवीएम को लेकर सवाल उठाए गए हैं। मुंबई पुलिस ने शिवसेना शिंदे गुट के सांसद रविंद्र वायकर के साले मंगेश पांडिलकर के खिलाफ केस दर्ज किया है। मंगेश पांडिलकर पर यह आरोप है कि उसने मुंबई के गोरेगांव चुनाव केंद्र के अंदर पाबंदी के बावजूद मोबाइल का इस्तेमाल किया था।

मुंबई पुलिस ने पांडिलकर को मोबाइल देने के आरोप में चुनाव आयोग के एक कर्मचारी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। दरअसल, इस मामले में मुंबई की नॉर्थ पश्चिम सीट से चुनाव लड़नेवाले कई उम्मीदवारों की तरफ से भी शिकायतें मिली थीं। जिसके बाद मामला दर्ज किया गया। बता दें कि शिवसेना शिंदे के उम्मीदवार रविंद्र वायकर दोबारा काउंटिंग होने के बाद केवल 48 वोटों से चुनाव जीतने में सफल रहे थे। इस पर काफी विवाद भी हुआ था।

 

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