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इस्तांबुल : मातम में बदला नए साल का जश्न, नाइट क्लब में गोलीबारी, 39 मरे

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terrorist attack in trkey

इस्तांबुल। तुर्की के शहर इस्तांबुल में रविवार तडक़े प्रसिद्ध नाइट क्लब में नए साल की पार्टी के दौरान एक बंदूकधारी ने गोलीबारी कर 39 लोगों को मौत के घाट उतार दिया और 69 अन्य को घायल कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि हमलावर की तलाश जारी है। दैनिक हुर्रियत के मुताबिक, आंतरिक मामलों के मंत्री सुलेमान सोयलु ने संवाददाताओं से कहा, “सूचना के मुताबिक हमलावर अकेला था। उसने कोट और पैंट पहन रखी थी, जब वह अंदर दाखिल हुआ। ऐसी भी सूचना है कि उसने अन्य कपड़े में बाहर जाने की कोशिश की। उसे पकडऩे की कोशिशें जारी हैं।”

सोयलु के मुताबिक, मृतकों में से 20 की पहचान कर ली गई है। इनमें से 16 विदेशी नागरिक हैं, जबकि पांच तुर्की के नागरिक हैं। सरकारी समाचार एजेंसी ‘एनादोलु’ की रिपोर्ट के अनुसार, हमला व्यस्त बेसिक्तास इलाके के रीना नाइटक्लब में हुआ। पारिवारिक एवं सामाजिक नीति मंत्री फातिमा बैतूल सायन काया ने बताया कि घायलों में सऊदी अरब, मोरक्को, लेबनान और लीबिया के नागरिक शामिल हैं।

इजरायल के विदेश मंत्रालय ने बताया कि मृतकों में एक इजरायली महिला भी शामिल है। बेल्जियम के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उसे डर है कि मरने वालों में बेल्जियम का भी एक नागरिक शामिल है। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान ने हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि हमले का मकसद अभी साफ नहीं है। उन्होंने आतंकी समूहों पर अराजकता फैलाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।

एर्दोगान ने एक बयान में कहा, “वे हमारे लोगों को हतोत्साहित करना चाहते हैं, हमारे देश को अस्थिर करना चाहते हैं। लेकिन, हम एक देश के रूप में उन्हें उनका गंदा खेल खेलने नहीं देंगे। हम अपना संयम बनाए रखते हुए और एकजुट होंगे।” 69 घायलों में चार की हालत गंभीर है।

हमले में खुद को छिपाकर बचाने वाले एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि पता नहीं कितने हमलावर थे, लेकिन उसने एक आदमी को गोली चलाते देखा। इस आदमी के पैर में गोली लगी है। उसने कहा, “वे पागल लोग हर चीज पर गोली चला रहे थे।” इस्तांबुल के गवर्नर वासिप साहिन ने बताया कि हमलावर ने नाइट क्लब में घुसने से पहले बाहर एक पुलिसकर्मी और एक नागरिक की हत्या कर दी। इसके बाद उसने क्लब के भीतर पार्टी कर रहे लोगों पर ताबड़तोड़ गोली चलानी शुरू कर दी।

कहा जा रहा है कि हमले के समय क्लब में 700 लोग थे। फिलहाल किसी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन अधिकारी इसे आतंकियों की करतूत बता रहे हैं। तुर्की की कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि नाइट क्लब बॉस्पोरस खाड़ी के पास होने की वजह से कुछ लोगों ने गोलीबारी से बचने के लिए समुद्र में छलांग लगा दी। उन्हें बचाने के लिए तटरक्षकों ने अभियान शुरू किया।

घटना की चौतरफा निंदा हो रही है अमेरिका ने इसे साल 2017 का पहला आतंकवादी हमला करार दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि नाटो के सहयोगी (तुर्की) पर हुए हमले से आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष का संकल्प और मजबूत हुआ है। अमेरिका ने साथ ही अपने नागरिकों से उस इलाके में नहीं जाने को कहा है, जहां हमला हुआ है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने नागरिकों की इन ‘पागलपनभरी हत्याओं’ की निंदा की है और कहा है कि आतंकवाद से लडऩा हम सभी की साझा जिम्मेदारी है।

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नेशनल

राहुल गांधी ने फिर उठाए ईवीएम पर सवाल, कहा- ये एक ब्लैक बाॅक्स है, किसी को इसकी जांच की इजाजत नहीं

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नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों के दौरान विपक्ष ने ईवीएम का मुद्दा जमकर उठाया था। हालांकि चुनावी नतीजे आने के बाद ये मुद्दा गायब सा हो गया था। अब एक बार फिर राहुल गाँधी ने ईवीएम का मुद्दा उठाया है। राहुल गांधी ने बिजनेसमैन एलन मस्क की पोस्ट को रिट्वीट करते हुए लिखा कि भारत में ईवीएम एक ब्लैक बाॅक्स है और किसी को इसकी जांच की इजाजत नहीं है। हमारी चुनावी प्रकिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं। जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है।

राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव से जुड़ी एक घटना का जिक्र किया है। राहुल ने इससे जुड़ी खबर को शेयर किया है। इस मामले में ईवीएम को लेकर सवाल उठाए गए हैं। मुंबई पुलिस ने शिवसेना शिंदे गुट के सांसद रविंद्र वायकर के साले मंगेश पांडिलकर के खिलाफ केस दर्ज किया है। मंगेश पांडिलकर पर यह आरोप है कि उसने मुंबई के गोरेगांव चुनाव केंद्र के अंदर पाबंदी के बावजूद मोबाइल का इस्तेमाल किया था।

मुंबई पुलिस ने पांडिलकर को मोबाइल देने के आरोप में चुनाव आयोग के एक कर्मचारी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। दरअसल, इस मामले में मुंबई की नॉर्थ पश्चिम सीट से चुनाव लड़नेवाले कई उम्मीदवारों की तरफ से भी शिकायतें मिली थीं। जिसके बाद मामला दर्ज किया गया। बता दें कि शिवसेना शिंदे के उम्मीदवार रविंद्र वायकर दोबारा काउंटिंग होने के बाद केवल 48 वोटों से चुनाव जीतने में सफल रहे थे। इस पर काफी विवाद भी हुआ था।

 

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