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मुख्य समाचार

चिकित्सक मरीजों के प्रति हमदर्दी रखें : मोदी

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चिकित्सक, मरीजों के प्रति हमदर्दी, चंडीगढ़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) के 34वें वार्षिक दीक्षांत समारोह

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चंडीगढ़| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को चिकित्सकों से मरीजों के प्रति हमदर्दी रखने के लिए कहा। उन्होंने चिकित्सा जगत को बताया कि अब लोग स्वास्थ्य के प्रति सचेत हो गए हैं और अच्छी सेहत पाने की दिशा में अग्रसर हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) के 34वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में भावी चिकित्सकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “बीमार पर ध्यान देने वाले चिकित्सक बीमारी पर ध्यान देने वाले चिकित्सकों की अपेक्षा ज्यादा सफल हैं। बतौर चिकित्सक मरीजों के प्रति दयावान बनें। आम आदमी आपको भगवान की तरह मानता है। उनकी सेहत और सलामती पर ध्यान दें, सिर्फ बीमारी पर नहीं।”

मोदी ने कहा, “आप मैकेनिक नहीं एक चिकित्सक हैं। चिकित्सकों का भी औजारों से सामना होता है, लेकिन चिकित्सकों का एक मशीन से नहीं, बल्कि एक जिंदगी से वास्ता होता है। सिर्फ ज्ञान जरूरी नहीं है, बल्कि आपको मरीजों के साथ मानवीय नाता जोड़ना होगा। आपकी मदद के लिए प्रौद्योगिकी में बहुत प्रगति हुई है।”

मोदी ने कहा, “हमारे समाज में चीजें बदल रही हैं। लोग दवाओं से दूर रहना चाहते हैं। वे इलाज की बजाय अच्छा स्वास्थ्य चाहते हैं। इसे पाने में योग एक हथियार है।” प्रधानमंत्री ने चिकित्सकों से देश के गरीब लोगों के प्रति अपने दायित्व के बारे में सोचने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “आपमें से कई ने अपना पासपोर्ट तैयार करा लिया होगा या वीजा के लिए आवेदन किया होगा, लेकिन आपका इस देश के गरीब लोगों के प्रति एक दायित्व बनता है।”

मोदी ने कहा, “इस दीक्षांत समारोह का मतलब अंत नहीं है। यह एक नए आगाज का प्रतीक है। आप सिर्फ चार-पांच वर्षो की पढ़ाई करके चिकित्सक नहीं बने हैं। एक चिकित्सक बनाने में देर रात चाय परोसने वाले वार्ड ब्वॉयज सहित कई लोगों का योगदान है।” दीक्षांत समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि पीजीआईएमईआर प्रदेश के लोगों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को लगातार हल कर रहा है।

नेशनल

पश्चिम बंगाल में हुए रेल हादसे पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जताया दुःख, दार्जिलिंग रवाना

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कोलकाता। पश्चिम बंगाल में हुए रेल हादसे पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दुःख जताया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर लिखा है, NFR जोन में दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना हुई है। बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। रेलवे, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ मिलकर काम कर रहे हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।

बता दें कि इस हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में ट्रेन के लोको पायलट भी शामिल हैं। मृतकों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटना एनएफ रेलवे के सीपीआरओ सब्यसाची डे का कहना है कि लगभग 25 लोग घायल हो गए हैं और उन्हें पास के अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है। बचाव अभियान युद्ध स्तर पर चल रहा है। हम बचाव अभियान को समाप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। वरिष्ठ अधिकारी पहले ही घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार कंचनजंगा को एक मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी है। हमें 8 लोगों की मौत की जानकारी मिली है।

पश्चिम बंगाल में कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटना पर पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि अभी इसके कारण के बारे में बात करना जल्दबाजी होगी लेकिन आधुनिक समय में इसकी जांच और गहन सुधार की आवश्यकता है। मैं अनुमान लगा रहा हूं कि संभवतः यह इंजन ‘कवच’ (एक स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी) प्रणाली) नहीं थी। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि सरकार सुधारात्मक कार्रवाई करेगी।

 

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