Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

बीते सप्ताह घरेलू शेयर बाजार में रही तेजी (साप्ताहिक समीक्षा)

Published

on

Loading

मुंबई, 16 दिसंबर (आईएएनएस)| बीते सप्ताह शेयर बाजार में तेजी रही, जिसमें गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों के एक्जिट पोल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बहुमत मिलने के अनुमान का मुख्य योगदान रहा। निवेशकों ने अमेरिकी फेड रिजर्व द्वारा इस साल तीसरी बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी के फैसले को घबराहट दिखाए बिना स्वीकार किया है और इससे बाजार में कोई तेज उतार-चढ़ाव देखने को नहीं मिला। साथ ही इससे निवेशकों को अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मजबूती की राह पर होने का आश्वासन मिला है।

बीते सप्ताह पांच कारोबारी सत्रों में से तीन में सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी रही। हालांकि शेयर बाजारों में बिकवाली का दवाब बना रहा। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 212.67 अंकों या 0.64 फीसदी की तेजी के साथ 33,462.97 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 67.60 अंकों या 0.66 फीसदी की तेजी के साथ 10,333.25 पर बंद हुआ।

बीएसई का मिडकैप सूचकांक 69.64 अंकों या 0.41 फीसदी की गिरावट के साथ 16,974.72 पर तथा स्मॉलकैप सूचकांक 41.23 अंकों या 0.23 फीसदी की गिरावट के साथ 18,170.64 पर बंद हुआ।

सोमवार को बाजार की सकारात्मक शुरुआत हुई और सेंसेक्स 205.49 अंकों या 0.62 फीसदी की तेजी के साथ 33,455.79 पर बंद हुआ। मंगलवार को शेयर बाजार में गिरावट के दौर रहा और सेंसेक्स 227.80 अंकों या 0.68 फीसदी की गिरावट के साथ 33,227.99 पर बंद हुआ। बुधवार को शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहा और सेंसेक्स 174.95 अंकों या 0.53 फीसदी की गिरावट के साथ 33,053.04 पर बंद हुआ।

गुरुवार को भी बाजार में तेज उतार-चढ़ाव का दौरा जारी रहा और सेंसेक्स 193.66 अंकों या 0.59 फीसदी की तेजी के साथ 33,246.70 पर बंद हुआ। शुक्रवार को बाजार में अच्छी तेजी रही और सेंसेक्स 216.27 अंकों या 0.65 फीसदी की तेजी के साथ 33,462.97 पर बंद हुआ।

बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे – ल्यूपिन (4.86 फीसदी), डॉ. रेड्डी (8.55 फीसदी), एचडीएफसी (1.80 फीसदी), एक्सिस बैंक (1.04 फीसदी), कोटक महिंद्रा बैंक (1.99 फीसदी), विप्रो (1.71 फीसदी), इंफोसिस (2.19 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (6.75 फीसदी), एचडीएफसी (2.72 फीसदी) और आईटीसी (1.17 फीसदी)।

सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे – सिप्ला (4.60 फीसदी), सन फार्मा (0.63 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.29 फीसदी), भारतीय स्टेट बैंक (0.13 फीसदी), टीसीएस (2.04 फीसदी), टाटा स्टील (0.27 फीसदी), भारती एयरटेल (1.17 फीसदी), रिलायंस इंडस्ट्रीज (0.11 फीसदी) और लार्सन एंड टूब्रो (1.31 फीसदी)।

व्यापक आर्थिक मोर्चे पर, थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति की दर नवंबर में बढ़कर 3.93 फीसदी रही, जोकि अक्टूबर में 3.59 फीसदी थी और साल 2016 के नवंबर में 1.82 फीसदी थी।

वहीं, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति नवंबर में बढ़कर 4.88 फीसदी पर रही, जबकि अक्टूबर में यह 3.58 फीसदी थी। इस दौरान देश के औद्योगिक उत्पादन में अक्टूबर में पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 2.2 फीसदी की वृद्धि रही।

वैश्विक मोर्चे पर, अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने बुधवार को खत्म हुई अपनी दोदिवसीय मौद्रिक नीति बैठक के बाद ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी की है, जो कि वैश्विक शेयर बाजारों द्वारा व्यापक रूप से अपेक्षित था। इसमें अमेरिका में केंद्रीय बैंक की प्रमुख ब्याज दरें 1.25 फीसदी से 1.50 फीसदी हो गई है।

फेड रिजर्व ने इसके अलावा अमेरिकी जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) की वृद्धि दर का अनुमान 2.1 फीसदी से बढ़ाकर 2.5 फीसदी कर दिया है। साथ ही मुद्रास्फीति का अनुमान 1.6 फीसदी से बढ़ाकर 1.7 फीसदी कर दिया है।

Continue Reading

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

Published

on

Loading

नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

Continue Reading

Trending