Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तराखंड

BrTHdy SpcIaL: कवि से लेकर सीबीएफसी चैयरमैन तक, ऐसी है प्रसून जोशी की शख्सियत

Published

on

Loading

एक दमदार लेखक से लेकर एक सहज अध्यक्ष के रूप में काम करने वाले ‘प्रसून जोशी’ को भला कौन नहीं जनता? जनता उनकी लिखावट के विचारों से जितना ज्यादा खुद को जोड़ पाती है। उससे कहीं ज्यादा वो खुद को जनता से शब्दों के माद्यम से जोड़ने का प्रत्यन करते है। कुछ ऐसा ही मिजाज रखने वाले लीजेंड्री गीतकार प्रसून जोशी जी का आज जन्मदिन है।

16 सितंबर 1971 को उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में जन्मे प्रसून जोशी को बचपन से ही साहित्य से लगाव था। प्रसून जोशी को लिखने का बहुत शौक था। और उन्होंने यह तय भी कर लिया था कि वह भविष्य में लेखक ही बनेंगे। बचपन में प्रसून ने कवि का किरदार जरूर निभाया था लेकिन उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि वह इतने बड़े कवि बनेंगे।

प्रसून कवि के साथ-साथ एक बहुत ही बड़े लेखक भी है। उन्होंने 17 वर्ष की उम्र में उनकी पहली किताब ’मैं और वो’ लिखी थी. फिर उन्होंने विज्ञापन जगत में कदम रखा। प्रसून ने अपने करियर की शुरुआत एक विज्ञापन और पब्लिक रिलेशन कंपनी से की जहाँ उन्होंने तक़रीबन 10 साल तक काम किया। विज्ञापन जगत में काम करते हुए प्रसून ने कई एड भी लिखे थे। एनडीटीवी की ’सच दिखाते हैं हम’ और कोकाकोला की ’ठंडा मतलब कोकाकोला’ जैसी पंचलाइन भी प्रसून ने ही लिखी थी।

इसके बाद प्रसून ने फ़िल्मी दुनिया में कदम रखा। और बतौर गीतकार उन्होंने बॉलीवुड में राजकुमार संतोषी की फिल्म ‘लज्जा’ से शुरुआत की. फिल्म के हिट होने से प्रसून जोशी के करियर को भी आगे राह मिल गयी। इसके बाद प्रसून ने ‘हम तुम’, ‘फना’, ‘रंग दे बसंती’, ‘तारे जमीं पर’, ‘ब्लैक’ और ‘दिल्ली 6’ जैसी फिल्मों के लिए भी गीत लिखे तो काफी मशहूर और हिट भी हुए।

इसी के साथ प्रसून जोशी लेखक के साथ-साथ गीतकार भी बन गए। फिल्म ‘रंग दे बसंती’ के लिए उन्होंने डायलॉग भी लिखे थे। इतना ही नहीं प्रसून जोशी ने ‘भाग मिल्खा भाग’ जैसी सुपर हिट फिल्म और कई बेस्ट अवार्ड प्राप्त फिल्मो की कहानी लिखी।

दिल्ली में ही एक कंपनी में काम करने के दौरान प्रसून की मुलाकात अपर्णा से हुई। और फिर कई मुलाकातों के बाद प्रसून और अर्पणा ने शादी कर ली। उनकी एक बेटी भी है जिसका नाम ऐशन्या है। प्रसून जोशी की मेहनत और लगन से ही आज उन्होंने इतना बड़ा मकाम हासिल किया है।

 

उत्तराखंड

10 मई से शुरू हो रही चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, पहले ही दिन हुए 2 लाख से ज्यादा पंजीकरण

Published

on

Loading

नई दिल्ली। इस बार 10 मई से चारधाम यात्रा शुरू हो रही है। इसके लिए सोमवार से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई। पहले ही दिन चार धाम के लिए दो लाख से अधिक पंजीकरण हो गए हैं। सबसे अधिक 69 हजार पंजीकरण केदारनाथ धाम के लिए हुए हैं।

रजिस्ट्रेशन की सुविधा मोबाइल ऐप, वॉट्सऐप और टोल फ्री नंबर पर भी है। केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी होगा। इस बार चारधाम यात्रा शुरू होने से 25 दिन पहले यात्रियों को रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी जा रही है, जिससे प्रदेश के बाहर से आने वाले यात्री अपना प्लान बनाकर आसानी से रजिस्ट्रेशन कर सकें।

रजिस्ट्रेशन के लिए नाम, मोबाइल नंबर के साथ यात्रा करने वाले सदस्यों का ब्योरा, निवास स्थान के पते के लिए आईडी देनी होगी। पर्यटन विभाग की वेबसाइट रजिस्ट्रेशन एंड टूरिस्ट केअर डॉट यूके डॉट जीओवी डॉट इन पर लॉगिन कर रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। इसके अलावा वॉट्सऐप नंबर-8394833833 पर यात्रा लिखकर मैसेज करके भी पंजीकरण कर सकते हैं। पर्यटन विभाग ने टोल फ्री नंबर-0135-1364 पर कॉल करके पंजीकरण की सुविधा दी है। स्मार्ट फोन पर टूरिस्टकेअरउत्तराखंड मोबाइल ऐप से भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

Continue Reading

Trending