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मुख्य समाचार

शरद यादव चाहें तो जद (यू) छोड़ सकते हैं : पासवान

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नई दिल्ली, 12 अगस्त (आईएएनएस)| केंद्रीय मंत्री एवं लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष राम विलास पासवान ने शनिवार को कहा कि शरद यादव चाहें तो जनता दल (युनाइटेड) छोड़कर जा सकते हैं। पासवान ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा, वास्तव में मैं इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। लेकिन ऐसी संभावनाएं हैं कि वह अपनी अलग पार्टी गठित कर सकते हैं। उन्हें जद (यू) की ओर से बोल दिया गया है कि वह स्वतंत्र हैं और वह पार्टी छोड़कर जा सकते हैं। अगर वह चाहते ही हैं, तो पार्टी छोड़ क्यों नहीं देते।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के साथ महागठबंधन तोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ हाथ मिलाने के साथ ही नीतीश और पूर्व पार्टी अध्यक्ष शरद यादव के बीच मतभेद पैदा हो गए हैं।

शरद यादव ने दावा किया है कि असली जद (यू) का समर्थन उनके साथ है। इस पर पासवान ने कहा, राजनीति में किसी व्यक्ति की ताकत अहम होती है और जद (यू) के मौजूदा अध्यक्ष नीतीश कुमार आज उतने ही प्रभावशाली नेता हैं। राजनीति में इसका कोई महत्व नहीं है कि पार्टी आपने बनाई है या नहीं बनाई है। सबसे अहम बात यह है कि किसी व्यक्ति ने वह ताकत अर्जित की है या नहीं। शरद यादव को यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि नीतीश के पास अब वह ताकत है और उनके पास नहीं।

नीतीश कुमार के जद (यू) को सरकारी पार्टी कहे जाने पर पासवान ने कहा, जब शरद यादव राजग सरकार में मंत्री थे, तब यह सरकारी पार्टी नहीं थी, बल्कि एक क्रांतिकारी पार्टी थी। अब वह सरकार में नहीं हैं तो पार्टी सरकारी पार्टी हो गई है।

पासवान ने राजग गठबंधन में नीतीश कुमार के शामिल होने की सराहना की।

उन्होंने कहा, कुछ भी हो वह राजग का हिस्सा बन चुके हैं। सिर्फ कुछ तकनीकी औपचारिकताएं शेष हैं। उन्हें राजग में शामिल होने दीजिए, हम मिलकर काम करेंगे।

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नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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