Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

मून जे-इन ने साउथ कोरिया के राष्ट्रपति पद की शपथ ली

Published

on

Loading

सियोल। मून जे-इन ने बुधवार को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति पद की शपथ ली। उन्होंने कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप पर भू-राजनीतिक तनाव को कम करने के लिए वह उत्तर कोरिया की यात्रा करने और वाशिंगटन और बीजिंग के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं। समाचार एजेंसी योन्हाप के अनुसार, नव निर्वाचित राष्ट्रपति ने मंत्रिमंडल, खुफिया एजेंसी और राष्ट्रपति सचिवालय में शीर्ष पदों पर अपने पसंद के लोगों की घोषणा करते हुए कार्यभार संभालने के साथ ही अपना पहला कदम उठाया।

टेलीविजन पर अपने उद्घाटन भाषण में मून के कहा, “मेरे दिमाग में एकता और सह-अस्तित्व की एक अलग दुनिया बनाने का स्पष्ट ब्लूप्रिंट है।” उन्होंने कहा कि परिस्थितियां सही रहने पर वह उत्तर कोरिया की यात्रा भी करने के लिए तैयार हैं।

मून ने नेशनल असेंबली में अपने भाषण में कहा, “मैं जल्द से जल्द राष्ट्रीय सुरक्षा में संकट को हल करने के लिए कदम उठाऊंगा।” नेशनल असेंबली में ही उन्हें राष्ट्रपति की शपथ दिलाई गई थी।

भारी मतों से विजयी हुए मून ने कहा, “यदि जरूरत पड़ी तो मैं कोरियाई प्रायद्वीप की शांति के लिए कहीं भी जाने के लिए तैयार हूं। जरूरत पड़ी तो मैं वाशिंगटन जाऊंगा, बीजिंग व टोक्यो जाऊंगा और परिस्थितियां अनुकूल रहीं तो उत्तर कोरिया की यात्रा भी करूंगा।”

मून ने कहा कि विवादास्पद थाड मिसाइल सिस्टम के मुद्दे को हल करने के लिए ईमानदारीपूर्वक अमेरिका और चीन से गंभीर वार्ता की जाएगी।

अपनी पहली प्रमुख नियुक्तियों में, राष्ट्रपति मून ने ली नाक-योन को प्रधानमंत्री पद के लिए नामित किया, जो दक्षिण जियोला प्रांत के वर्तमान गवर्नर थे। यदि संसद द्वारा पुष्टि की जाती है, तो वह ह्वांग क्यो-आह की जगह लेंगे।

2000 के दशक में दो अंतर-कोरिया सम्मेलनों की तैयारी में अहम भूमिका निभाने वाले सुह हुन को राष्ट्रीय खुफिया सेवा का अध्यक्ष बनाया गया है। मून ने पूर्व छात्र कार्यकर्ता और निकट सहयोगी इम जोंग-सेक को चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में नियुक्त किया है।

राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि वह राष्ट्रपति कार्यालय को एक बार फिर मध्य सियोल के ग्वांगह्वामुन में स्थापित करेंगे। अमेरिका, जापान और चीन ने राष्ट्रपति बनने पर मून को बधाई दी है।

व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने कहा कि अमेरिका, दक्षिण कोरिया के साथ ‘गठबंधन को मजबूत करने’ और ‘स्थायी मैत्री और साझेदारी बढ़ाने’ की उम्मीद करता है।

जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने कहा कि उनके देश को ‘उत्तर कोरियाई मुद्दे पर’ सामान्य चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन वे एक साथ काम करके इस क्षेत्र की शांति और समृद्धि में योगदान दे सकते हैं।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि वह ‘चीन और दक्षिण कोरिया के बीच संबंधों को हमेशा बहुत महत्व देते हैं’ और ‘वह दोनों देशों के लाभ को सुनिश्चित करने के लिए मून के साथ काम करने के लिए तैयार’ हैं।

पार्क ग्युन-हे को भ्रष्टाचार के आरोप में संवैधानिक न्यायालय द्वारा महाभियोग लगाकर 10 मार्च को हटाए जाने के बाद मून को देश का नया राष्ट्रपति चुना गया है।

अन्तर्राष्ट्रीय

जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत

Published

on

Loading

नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।

इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।

उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।

डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

Continue Reading

Trending