Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

आइडिया, वोडाफोन के मर्जर से बनेगी देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दूरसंचार क्षेत्र में बड़े विलय की घोषणा करते हुए वोडाफोन इंडिया और आदित्य बिरला समूह की कंपनी आइडिया सेलुलर ने सोमवार को उनके बहुप्रतीक्षित एकीकरण की घोषणा की।

इस एकीकरण के बाद बनी कंपनी के अध्यक्ष आदित्य बिरला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिरला होंगे। दोनों कंपनियों ने एक संयुक्त बयान में कहा, “वोडाफोन समूह और आइडिया सेलुलर भारत में अपने पारिचालनों के एकीकरण (इसमें इंडर टावर्स में वोडाफोन की 42 फीसदी हिस्सेदारी शामिल नहीं है) की घोषणा करता है ताकि देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी का निर्माण हो सके।”

इसमें आगे कहा गया, “यह संयुक्त कंपनी देश की प्रमुख दूरसंचार प्रदाता होगी, जिसमें करीब 40 करोड़ ग्राहक होंगे, 35 फीसदी बाजार हिस्सेदारी होगी और राजस्व बाजार हिस्सेदारी 41 फीसदी होगी।” आइडिया सेलुलर ने नियामकीय रपट दाखिल करते हुए कहा, “उसके निदेशकों के बोर्ड ने वोडाफोन इंडिया लि. और उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी वोडाफोन मोबाइल सर्विसेज लि. के साथ कंपनी (आइडिया) के विलय को मंजूरी दे दी है।”

इस एकीकरण के बाद बनी कंपनी के अध्यक्ष आदित्य बिरला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिरला होंगे। दोनों कंपनियों ने एक संयुक्त बयान में कहा, “वोडाफोन समूह और आइडिया सेलुलर भारत में अपने पारिचालनों के एकीकरण (इसमें इंडर टावर्स में वोडाफोन की 42 फीसदी हिस्सेदारी शामिल नहीं है) की घोषणा करता है ताकि देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी का निर्माण हो सके।”

इसमें आगे कहा गया, “यह संयुक्त कंपनी देश की प्रमुख दूरसंचार प्रदाता होगी, जिसमें करीब 40 करोड़ ग्राहक होंगे, 35 फीसदी बाजार हिस्सेदारी होगी और राजस्व बाजार हिस्सेदारी 41 फीसदी होगी।” आइडिया सेलुलर ने नियामकीय रपट दाखिल करते हुए कहा, “उसके निदेशकों के बोर्ड ने वोडाफोन इंडिया लि. और उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी वोडाफोन मोबाइल सर्विसेज लि. के साथ कंपनी (आइडिया) के विलय को मंजूरी दे दी है।”

इस एकीकरण से जिस कंपनी का गठन होगा उसका राजस्व 80,000 करोड़ रुपये से ज्यादा होगा। बयान में कहा गया, “संयुक्त कंपनी में वोडाफोन की हिस्सेदारी 45.1 फीसदी होगी। सौदा पूरा होने वह अपने 4.9 फीसदी हिस्सेदारी को आइडिया और उसकी सहयोगी कंपनियों को 3,874 करोड़ रुपये में बेचेगी।”

इसमें आगे कहा गया, “आइडिया के प्रमोटरों के पास संयुक्त कंपनी की 26 फीसदी हिस्सेदारी होगी, तथा बाकी की सार्वजनिक हिस्सेदारी होगी।” इस संयुक्त कंपनी के कुल 40.6 करोड़ ग्राहक होंगे, जो वर्तमान में सबसे बड़ी कंपनी भारती एयरटेल के 26.9 ग्राहकों की संख्या से काफी बड़ी होगी।

उन्होंने कहा, “आइडिया और वोडाफोन मिलकर एक बेहद मूल्यवान कंपनी का गठन करेंगे जो हमारी पूरक शक्ति है।” वोडाफोन समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विट्टोरियो कोलाओ ने बताया, “वोडाफोन इंडिया और आइडिया मिलकर डिजिटल इंडिया के दीर्घकालिक प्रतिबद्धता के साथ एक नई चैंपियन कंपनी का गठन करेगी, जिसका विश्वस्तीय 4जी नेटवर्क का विस्तार भारत के गांवों, कस्बों और शहरों तक होगा।”

आइडिया सेल्युलर और वोडाफोन इंडिया दोनों ही भारत में सभी 22 टेलीकॉम सर्किलों में मौजूद हैं और 17 सर्कल में 4 जी कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करती है। यह समझौता 24 महीनों में पूरा कर लिया जाएगा। बयान में कहा गया है, “संयुक्त सूचीबद्ध कंपनी का नाम बदला जाएगा।”

सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यूज ने कहा, “विलय और एकजुटता की इस प्रवृत्ति से दीर्घकालिक अवधि में ग्राहकों, ऑपरेटरों और सरकार को लाभ होगा। वैश्विक स्तर पर भी ऐसा ही देखने को मिला है।”

नेशनल

अचानक सिक लीव पर गए 300 सीनियर कर्मचारी, एयर इंडिया की 70 से ज्यादा उड़ानें रद्द

Published

on

Loading

नई दिल्ली। एयर इंडिया के 300 सीनियर कर्मचारी एक साथ सिक लीव पर चले गए हैं जिस कारण उसकी 70 से ज्यादा फ्लाइट्स रद्द कर दी गई हैं। टाटा ग्रुप की एयरलाइन के प्रवक्ता ने बयान जारी करके देशवासियों को यह जानकारी दी।

एयरलाइन के सीनियर क्रू मेंबर्स ने बीमार होने की लीव दी है। इसके बाद एयरलाइन को इंटरनेशनल और डोमेस्टिक फ्लाइट कैंसिल करनी पड़ीं। वहीं सूत्रों के मुताबिक, नागरिक उड्डयन विभाग तक मामला पहुंच गया है और अधिकारी मामले में दखल दे रहे हैं, क्योंकि अचानक क्रू मेंबर्स का छुट्टी पर चले जाना विवाद की ओर संकेत कर रहा है। हाल ही में विस्तारा एयरलाइन में भी सकंट आया था। क्रू मेंबर्स छुट्टी पर चले गए थे और देशभर में यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी थी।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एयर इंडिया एक्सप्रेस ने अचानक हुई परेशानी के चलते यात्रियों से माफी मांगी और रिफंड देने का ऐलान किया। एयरलाइन के एक प्रवक्ता ने जानकारी दी कि कंपनी के क्रू मेंबर्स से बात चल रही है। अगर कोई विवाद हुआ तो उसे जल्द सुलझा लिया जाएगा। परेशानी के लिए खेद है, पैसेंजर्स को उनका रिफंड जल्दी ही दे दिया जाएगा। जल्दी ही फ्लाइट्स एक्टिव मोड में जाएंगी। ऐसे में जो पैसेंजर्स अपनी फ्लाइट्स री-शेड्यूल कराना चाहते हैं, वे बता सकते हैं। एक्स्ट्रा फीस लिए बिना फ्लाइट री-शेड्यूल कर दी जाएगी।

बता दें कि एयर इंडिया एक्सप्रेस, एयर इंडिया की सहायक कंपनी है। नवंबर 2022 में एयर इंडिया ने इसका अधिग्रहण किया था। एयरलाइन के पास 28 एयरबस, 26 बोइंग और 737 प्लेन है। एयरलाइन लगभग पूरे देश में अपनी सर्विस देती है, लेकिन अब अचानक क्रू मेंबर्स का संकट गहराने से एयरलाइन सुर्खियों में आ गई है।

Continue Reading

Trending